Gehu ka Bhav 25 July 2025 : गेहूं के भाव में अचानक उछाल आने से इसके दाम सातवें आसमान को छूने लगे हैं। अब मंडियों (mandi bhav today) में हर तरफ गेहूं की आवक बढ़ती दिखाई दे रही है। गेहूं की खरीद फरोख्त फिर से तेज हो गई है। इसका अनेक किसान जमकर फायदा उठा रहे हैं। कई राज्यों में तो गेहूं का भाव (gehu ka rate) एमएसपी से काफी ऊपर चला गया है। आइये जानते हैं कहां पर बढ़ा है गेहूं का सबसे ज्यादा रेट।
गेहूं के दामों में निरंतर तेजी का रुख देखा जा रहा है। पिछले दिनों की स्थिरता के बाद अचानक गेहूं के भाव (wheat maximum price) में तगड़ा उछाल आ गया है। गेहूं का आधा सीजन जाने के बाद इस बार यह भी देखा जा रहा है कि गेहूं के भाव (wheat price today) में बीच बीच में तगड़ी तेजी आ रही है। इसका फायदा गेहूं उत्पादक किसानों को खूब मिल रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार आने वाले समय में गेहूं के भाव (gehu ka bhav) में और भी उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
यहां पर भाव दूसरे राज्यों से ज्यादा –
बेशक उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश गेहूं (MP wheat price) उत्पादन के सबसे बड़े राज्य हैं, लेकिन यहां पर गेहूं का भाव इतना अधिक नहीं बढ़ा है, जितना महाराष्ट्र (maharashtra wheat price) में बढ़ा है। महाराष्ट्र में गेहूं का उत्पादन कम होने के कारण मांग अधिक बढ़ी है, इस कारण रेट भी हाई हो गए हैं। यहां पर मुंबई में गेहूं का भाव (wheat price update) 5850 रुपये प्रति क्विंटल तक हो गया है। इसके बाद गोवा में 5810 रुपये क्विंटल गेहूं का भाव हो चुका है। अन्य दक्षिणी राज्यों में भी गेहूं का रेट (wheat price 24 july 2025) तेजी पर है। इनमें तेलंगाना, तमिलनाडु व आंध्रप्रदेश शामिल हैं।
अब इतने हैं 1 क्विंटल गेहूं के दाम –
अगर बात करें गेहूं के 1 क्विंटल के औसत दामों की तो यह मध्य प्रदेश (MP wheat price) व उत्तर प्रदेश में 2600 रुपये क्विंटल है। हालांकि इन राज्यों में अधिकतम रेट (UP wheat price) इससे ऊपर है। राजस्थान में भी कुछ इसी तरह की स्थिति देखने को मिल रही है। कुछ राज्यों में गेहूं का न्यूनतम रेट 2320 रुपये क्विंटल के आसपास है तो अधिकतम रेट (wheat price maximum) 2700 रुपये क्विंटल पर बना हुआ है। यह एमएसपी 2425 रुपये से ऊपर है।
इन मंडियों में रेट शुरू से ही हैं तेजी पर-
कुछ मंडियों (mandi bhav) में गेहूं की किस्मों व गुणवत्ता के हिसाब से रेट 3 हजार रुपये क्विंटल से ऊपर भी है। इनमें मध्य प्रदेश की विदिशा व राजस्थान की उदयपुर मंडी (rajasthan mandi bhav) भी शामिल है। उत्तर प्रदेश की इटावा मंडी (UP mandi bhav) में 3 हजार रुपये क्विंटल के करीब गेहूं के दाम हैं। इन मंडियों में गेहूं के सीजन की शुरुआत से ही रेट हाई हैं।
इस कारण अचानक बढ़े रेट –
इस समय गेहूं के रेट (gehu ka rate) में अचानक तेजी आने का कारण निजी व्यापारियों की सक्रियता व गेहूं की मांग बढ़ने को माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार गेहूं के दाम (wheat price hike) अभी कुछ दिनों तक तेजी पर रहेंगे। इसके बाद इनमें उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा। नवंबर माह में ब्याह शादी और त्योहारों के सीजन में गेहूं के दाम (gehu ke daam) और बढ़ सकते हैं।
इन किसानों को हो रहा सबसे ज्यादा फायदा-
इस समय गेहूं के भाव (wheat rate latest) में तेजी आने का सबसे ज्यादा फायदा तो उन किसानों को मिल रहा है, जिन्होंने शुरू से ही गेहूं को स्टॉक करके रखा था। हालांकि इसमें रेट गिरने पर घाटे का जोखिम भी था। अब अधिकतर गेहूं मंडियों (mandi bhav 24 july) में पहुंच चुका है। कुछेक किसानों के पास ही गेहूं स्टॉक है।
