Wheat rate today : गेहूं के भाव में रिकॉर्ड उछाल आया है। आए दिन गेहूं का भाव (gehu ka bhav) बढ़ता ही जा रहा है। इस समय मंडियों में किसान दबादब गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। देशभर के कई राज्यों की मंडियां (mandi bhav) गेहूं से अटी पड़ी हैं, इसके बावजूद आवक कम नहीं हो रही है। आइये खबर में जानते हैं किस राज्य में कहां तक पहुंच गए हैं गेहूं के दाम।
गेहूं के दाम अब हर दिन रफ्तार पकड़ते जा रहे हैं। किसानों को मंडियों में गेहूं के अच्छे भाव (wheat rate update) मिल रहे हैं। इसका किसानों को तगड़ा फायदा मिल रहा है। मई माह की शुरुआत से ही गेहूं के रेट में तेजी देखी जा रही है। हालांकि खुदरा व्यापारियों की ओर से भी गेहूं की खरीद की जा रही है। देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों सहित अन्य राज्यों में भी गेहूं के दाम (wheat price hike) तेजी पकड़े हुए हैं।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में गेहूं के दाम-
इस समय उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में गेहूं के दामों (Wheat rate in UP) में तेजी देखने को मिल रही है। किसानों को एमएसपी से ऊपर गेहूं के दाम मिल रहे हैं। इस बार गेहूं का एमएसपी 2425 रुपये (wheat MSP) प्रति क्विंटल तय किया गया है। इसके ऊपर एमपी व यूपी राज्य सरकारें बोनस भी दे रही हैं।
एमपी में 175 रुपये, यूपी में 20 रुपये और राजस्थान में 150 रुपये बोनस के रूप में राज्य सरकारें किसानों को प्रति क्विंटल गेहूं बेचने पर दे रही हैं। इस हिसाब से किसानों को इन राज्यों में 2500 रुपये (wheat price in rajasthan) प्रति क्विंटल से ऊपर गेहूं का अवसर मिल रहा है।
पंजाब व हरियाणा में गेहूं के दाम-
राजस्थान, हरियाणा व पंजाब के कई क्षेत्रों में व्यापारी अपने स्तर पर गेहूं खरीद रहे हैं। सीधा व्यापारियों को गेहूं बेचने पर किसानों को अधिक मुनाफा हो रहा है। हालांकि मंडियों में भाव 2425 रुपये (mandi bhav today) के आसपास ही है, लेकिन व्यापारी 2600 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से किसानों से गेहूं खरीद रहे हैं।
यह कहना है एक्सपर्ट्स का-
गेहूं के भाव से जुड़े जानकारों व कुछ व्यापारियों का कहना है कि अभी गेहूं के दामों (wheat rate 16 may) में और तेजी आएगी। फिलहाल तो सरकारी रेट (gehu ka sarkari rate) पर ही अधिक गेहूं खरीदा जा रहा है। सरकार अपने खरीद लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयासरत है, इसलिए सरकारी खरीद केंद्रों पर ही अधिक गेहूं की आवक हो रही है। अनेक किसान किसान गेहूं को स्टॉक कर रहे हैं तो कुछ इसे स्टॉक करने से डर रहे हैं। जो किसान गेहूं को स्टॉक (wheat rate 16 may 2025) नहीं कर रहे वे सरकारी रेट पर गेहूं बेच रहे हैं।