Wheat Price : गेहूं के भाव में काफी समय से जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। इसके चलते अब गेहूं के भाव (wheat rate today) सातवें आसमान पर जा पहुंचे हैं। देश की ज्यादातर मंडियों में गेहूं के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से उपर चल रहे हैं। इससे किसानों को खूब मुनाफा हो रहा है। चलिए नीचे खबरे जानते हैं गेहूं का ताजा भाव –
गेहूं उत्पादक किसानों के लिए खुशखबरी है। इस बार किसानों की चांदी हो गई है। सीजन के बाद से ही गेहूं के दामों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी देखने को मिल रही है। गेहूं के रेट में अचानक आई तेजी के चलते अब किसान अपनी फसलों को लेकर मंडियों (wheat rate hike) में पहुंच रहे हैं। किसानों को पिछले साल के मुकाबले गेहूं का अच्छा दाम (wheat rate) मिल रहा है। बाजार जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी गेहूं के भाव में तगड़ा उछाल आ सकता है।
4 हजार के पार पहुंचे गेहूं के रेट –
सरकार ने इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। देश की कई मंडियों में गेहूं के भाव (Taja Mandi Bhav) 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर जा पहुंचे हैं। कई मंडियों में गेहूं के दामों में 500 से 600 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली है। इससे गेहूं के अधिकतम दाम 4 हजार रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर चले गए हैं। अब गेहूं के दाम (Wheat Rate 25 september) एमएसपी से काफी ऊपर हो गए हैं।
मध्य प्रदेश में गेहूं के दाम-
मध्य प्रदेश की अधिकतर मंडियों में 3600 से लेकर 4100 रुपये
विदिशा मंडी में शरबती गेहूं के दाम 4100 रुपये क्विंटल
दड़ा गेहूं के दाम (gehu ki kimat) 3750 रुपये प्रति क्विंटल
राजस्थान में गेहूं के रेट – (rajasthan wheat price)
राजस्थान की उदयपुर मंडी में गेहूं के दाम 3950 रुपये प्रति क्विंटल
अजमेर, बीकानेर, जोधपुर व जयपुर की मंडियों में गेहूं के दाम 3760 रुपये प्रति क्विंटल
बस्सी मंडी में गेहूं का रेट (gehu ka rate) 4050 रुपये प्रति क्विंटल
गेहूं के भाव में और आएगी तेजी –
गेहूं के भाव में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। बाजार जानकारों का कहना है कि यह तेजी आगे भी जारी रहेगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गेहूं के दाम त्यौहारी सीजन में और भी बढ़ेंगे। गेहूं में तेजी आने से आटे के रेट सातवें आसमान पर जा सकते हैं। इससे उपभोक्ताओं की जेब पर भारी असर पड़ेगा। नवंबर व दिसंबर में किसानों को गेहूं के रेट (wheat price hike) अधिक मिलने से उनका मुनाफा बढ़ सकता है, जबकि उपभोक्ताओं के लिए यह महंगा साबित हो सकता है।