लोहड़ी का त्यौहार सिक्ख धर्म में मनाया जाता है।यह त्यौहार बड़े धूम धाम में मनाया जाता है।यह हर साल जनवरी में मकर संक्रांति के दिन मनाया जाता है।यह त्यौहार पंजाब,हरियाणा और दिल्ली में मुख्य रूप में मनाया जाता है।लोहरी के दिन घर परिवार और समाज के लोग एक जगह रहकर लकड़ी और उपले से अग्नि जलाते है फिर इसमें गुड़,मक्का,तिल आदि चीजे डालते है।ऐसा करने से अग्नि देव खुश होते है।इस बार यह त्यौहार कब मनाया जाएगा ?? किस समय मनेगा ?? तो आइए जानते है इसके बारे में
लोहड़ी पर अग्निदेव की पूजा
लोहड़ी पर श्रीकृष्ण और अग्निदेव की पूजा की जाती है।इस दिन शाम को किसी साफ सुथरी जगह पर श्रीकष्ण की प्रतिमा स्थापित करिए। फिर उन्हें फूल माला चढ़ाए और तिलक करे।इसके बाद घी का दीपक जलाए और भोग लगाए।फिर आप आग जलाए और इसमें तिल ,सूखा नारियल ,मक्के के डेन अग्नि में डाले।अब आप अग्नि की 7 बार परिक्रमा करिये।इससे घर में सुख शनती बनी रहती है।यह त्यौहार इस बार 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाएगा।
लोहड़ी फसल और मौसम से जुड़ा त्यौहार है।इस मौसम में पंजाब में किसानो के खेत लहलहाने लगते है।रबी की फसल काटकर आती है।ऐसे में नई फसल की खुशी और अगली बुवाई की तैयारी से पहले इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है।इस दिन फसल की पूजा भी की जाती है।लोहड़ी के समय ठंड का मौसम होता है ऐसे में आग जलाने का चलन है और इस आग में तिल,मूंगफली,मक्का आदि से बनी चीजे अर्पित करते है।