Wife Property Rights : प्रॉपर्टी से जुड़े नियमों और कानून को लेकर व्यक्तियों में जानकारी का काफी अभाव पाया जाता है। वहीं इसी कड़ी में आज की इस लेख में हम आप सभी लोगों को बताने जा रहे हैं कि आखिर पत्नी पति के संपत्ति में कब हिस्सा मांग सकती है। आईए नीचे की खबर में जानते हैं इससे जुड़ा कानून प्रावधान।
Wife Property Rights : मिलकर खरीदी गई प्रॉपर्टी पर किसका अधिकार,जानिए नीचे की लेख में
आपको बता दें कि अगर पत्नी अलग हो जाते हैं या पति द्वारा छोड़ दिए जाते हैं तो वह अपने पति के हिस्से से अपना भाग क्लेम कर सकते हैं। वही उसके नाम में मौजूद 50% के अलावा इस पर दावा किया जा सकते हैं। वहीं इसके साथ ही महिला के पास तलाक फाइनल होने तक प्रॉपर्टी में रहने का अधिकार भी रहता है।
Wife Property Rights : पति की प्रॉपर्टी पर भी पत्नी का है अधिकार
बता दे कि पति की प्रॉपर्टी पर भी पत्नी का अधिकार है। वही यह क्लास एक कानूनी उत्तराधिकारी के तौर पर माने जाते हैं। वही तलाक के मामले में पत्नी सिर्फ मेंटेनेंस की मांग कर सकते हैं लेकिन प्रॉपर्टी का भी हिस्सा उसे मिल सकते हैं। वहीं इससे पति की प्रॉपर्टी पत्नी और पति दोनों के बीच समान हिस्सेदारी के तौर पर देखे जाते हैं।
अगर प्रॉपर्टी पति के नाम पर है लेकिन पत्नी ने पैसे दिए हैं
बता दें कि पति दावा कर सकते हैं। जब तक पत्नी प्रॉपर्टी खरीदने में अपने दावे को साबित नहीं करते हैं। वहीं अगर वह ऐसा कर देती है तो वह प्रॉपर्टी में अपने हिस्से पर दावा कर सकते हैं।
अगर प्रॉपर्टी पत्नी के नाम पर है और पति ने पैसे दिए हैं तो
बता दे कि जब तक पति अपने योगदान को साबित नहीं करते हैं तब तक पत्नी पूरी तरह से मलिक रहेंगे वहीं अगर वह साबित कर देती हैं तो पत्नी तलाक में उसे केवल मेंटेनेंस के तहत ही क्लेम कर सकते हैं। वहीं अगर पत्नी को छोड़ा जा रहा है तो वह क्लास एक कानून उत्तराधिकारी होने के चलते उसे पर हिस्सेदारी का दावा कर सकते हैं।
अगर प्रॉपर्टी पत्नी के नाम पर है और उसने ही पैसे दिए हैं तो
बता दें कि कोई भी प्रॉपर्टी जिस महिला नेअपने खुद के पैसे से खरीदे हैं। चाहे वह शादी से पहले हो या बाद में वह उसकी ही रहेगी। वही वह उसे भेज सकती हैं वही अपने पास रख सकते हैं या जिसे भी चाहे तोहफे में दे सकते हैं। वही यह उसका फैसला होगा।