Wine Beer: गौतमबुद्ध नगर जिले में इस वर्ष दीपावली के उत्सव के दौरान शराब की खपत में बढ़ोतरी देखी गई. जिले के निवासियों ने दीपावली के अवकाश पर 25 करोड़ रुपये की शराब का सेवन किया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है. इस बढ़ोतरी को जिला आबकारी विभाग के अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को मीडिया में बताया.
मासिक और वार्षिक शराब खपत का विश्लेषण
पूरे अक्टूबर महीने के दौरान जिले के लोगों ने 250 करोड़ रुपये की शराब पर खर्च किए जबकि पिछले साल यह आँकड़ा केवल 204 करोड़ रुपये था (monthly and annual alcohol sales data). इस बढ़ती हुई खपत का अध्ययन करते हुए श्रीवास्तव ने जिले की 564 शराब दुकानों का जिक्र किया जिनमें विदेशी शराब, देसी शराब, मॉडल दुकानें और बीयर की दुकानें शामिल हैं. ये दुकानें इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने में सक्षम रहीं.
उत्सव के दौरान शराब खपत का असर
दीपावली के दौरान शराब की खपत में इस वृद्धि को समाजिक और आर्थिक दोनों ही पहलुओं से देखा जा सकता है. आबकारी विभाग के अनुसार, इस वृद्धि के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि सामाजिक समारोहों में वृद्धि, व्यक्तिगत उत्सवों में शराब का बढ़ता प्रचलन, और नई पीढ़ी के बीच शराब के प्रति बदलती हुई सोच (social impact of increased alcohol consumption). यह जानकारी भविष्य में शराब की खपत पर नियंत्रण और नीति निर्धारण में मदद कर सकती है.
आबकारी विभाग की निगरानी और नीतियाँ
आबकारी विभाग ने इस बढ़ती हुई खपत के मद्देनजर अपनी निगरानी और नियंत्रण की नीतियों को मजबूत किया है. जिले में शराब की खपत और बिक्री की निगरानी (Excise department policies) को और अधिक कड़ाई से अंजाम दिया जा रहा है, ताकि शराब से जुड़ी अन्य समस्याओं जैसे कि नशाखोरी और अपराध में कमी लाई जा सके. यह नीतियाँ न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य की सुरक्षा करती हैं बल्कि समुदाय के सामाजिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखने में मदद करती हैं.