drinking alcohol harmless: कई लोग सोचते हैं कि अगर शराब उन पर कम असर करती है तो यह उनके शारीरिक मजबूती की निशानी है. लेकिन वास्तव में यह विचार गलत है. शराब की सहनशीलता विकसित होना शारीरिक मजबूती नहीं बल्कि शरीर पर शराब के असर को कम महसूस करने की क्षमता का संकेत है. इसे चिकित्सा भाषा में अल्कोहल टॉलरेंस कहा जाता है और यह आगे चलकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.
शराब की सहनशीलता का विकास और स्वास्थ्य पर असर
जब व्यक्ति बार-बार और अधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है तो उनकी शराब सहनशीलता (alcohol tolerance) बढ़ती जाती है. इससे उनका शरीर अधिक अल्कोहल को प्रोसेस करने में सक्षम होता है जिससे वे अधिक शराब पीने लगते हैं. इस तरह की आदतें लीवर (liver diseases) पर बोझ बढ़ाती हैं और समय के साथ लीवर संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
अल्कोहल यूज डिसऑर्डर (AUD) और इसके परिणाम
अल्कोहल यूज डिसऑर्डर (alcohol use disorder) वह स्थिति है जहाँ व्यक्ति शराब के असर से मुक्त नहीं हो पाता और शराब पीने की उसकी आदत नियंत्रण से बाहर हो जाती है. इसके फलस्वरूप शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं.
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अल्कोहल एब्यूज एंड एल्कोहलिज्म (NIAAA) की राय
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अल्कोहल एब्यूज एंड एल्कोहलिज्म (NIAAA) के अनुसार, अल्कोहल टॉलरेंस का विकास शराब के अधिक सेवन की ओर ले जाता है, जो बदले में लीवर की गंभीर बीमारियों (liver diseases) की तरफ धकेलता है. इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति शराब के सेवन को सीमित करे और समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जाँच करवाए.