Wine Beer: विदेशी शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है. भारत और यूरोपीय संघ के बीच चल रही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) वार्ता से विदेशी व्हिस्की की कीमतें कम होने की संभावना है.
व्यापार समझौते का नौवां चरण
भारत और यूरोपीय संघ (EU) के बीच नौवें दौर की व्यापार वार्ता शुरू हो गई है, जिसमें शराब पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी (import duty) को कम करने पर चर्चा की जा रही है. फिलहाल, विदेशी शराब पर 150% का टैक्स लगता है जिसे घटाकर 50% करने का लक्ष्य है.
दोनों पक्षों की मांगें
यूरोपीय संघ चाहता है कि भारत व्हिस्की पर इंपोर्ट ड्यूटी को कम करे, जबकि भारत अपनी व्हिस्की के लिए यूरोप में मैच्योरिटी पीरियड (maturity period) को घटाने की मांग कर रहा है. वर्तमान में यूरोप में 3 साल पुरानी व्हिस्की का ही आयात स्वीकार्य है.
एफटीए वार्ता का इतिहास और प्रगति
भारत और यूरोप के बीच एफटीए वार्ता 2022 में फिर से शुरू हुई, जो पहली बार 2007 में शुरू होकर 2013 में रुक गई थी. इस समझौते के तहत यूरोप भारत से अपने निर्यात पर 95% तक टैक्स छूट की मांग कर रहा है, जबकि भारत अपने उत्पादन और सेवाओं के लिए यूरोपीय बाजार का विस्तार चाहता है.