World Slowest Train: भारतीय रेलवे की तेज़ गति वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की चर्चा तो अक्सर होती है. लेकिन क्या आपने कभी सुना है एक ऐसी ट्रेन के बारे में जो महज 290 किलोमीटर चलने में 12 घंटे का समय लेती है? यह ट्रेन दुनिया की सबसे धीमी रफ्तार से चलने वाली ट्रेन मानी जाती है. लेकिन इसकी खूबी इसकी धीमी गति नहीं. बल्कि वो रोमांचक सफर है जो यात्री इसके जरिए तय करते हैं.
कहां चलती है ये ट्रेन?
इस ट्रेन का नाम है ग्लेशियर एक्सप्रेस, जो स्विट्ज़रलैंड के दो प्रमुख पर्यटन स्थलों—ज़र्मैट (Zermatt) और सेंट मोरित्ज़ (St. Moritz) के बीच चलती है. यह ट्रेन हर दिन 290 किलोमीटर की दूरी तय करती है. जिसमें उसे 10 से 12 घंटे का समय लगता है.
कितनी है स्पीड?
ग्लेशियर एक्सप्रेस की औसत रफ्तार है मात्र 29 किलोमीटर प्रति घंटा, जो दुनिया की किसी भी अन्य ट्रेन के मुकाबले बेहद धीमी मानी जाती है. लेकिन यह धीमी गति ही इसे खास बनाती है. क्योंकि इस दौरान यात्री बर्फ से ढकी पहाड़ियों, घाटियों और ग्लेशियरों के मनोरम दृश्य का आनंद उठा सकते हैं.
नज़ारों के लिए रुकती है रफ्तार
यह ट्रेन स्विट्ज़रलैंड की खूबसूरत वादियों से होकर गुजरती है. सफर के दौरान दिखाई देने वाले ग्लेशियर, ऊंचे पहाड़, झरने और लकड़ी के घरों वाले गांव यात्रियों को एक अलौकिक अनुभव देते हैं. ट्रेन की धीमी गति का मकसद ही यही है कि लोग इन नज़ारों का पूरा आनंद ले सकें.
सफर में मिलती है वाइन और विशेष सुविधा
ग्लेशियर एक्सप्रेस में सफर के दौरान यात्रियों को खास वाइन परोसी जाती है. इसका उद्देश्य यह है कि पहाड़ी रास्तों और घुमावदार ट्रैक पर यात्रियों को उल्टी या पेट की परेशानी न हो. यह सेवा इसे और भी विशेष बनाती है.
इस ट्रेन की सीटें हमेशा रहती हैं फुल
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस ट्रेन में सफर करने के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट रहती है. पर्यटकों के बीच इसकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि एडवांस बुकिंग करना अनिवार्य हो गया है. हर दिन हजारों सैलानी इस ट्रेन के जरिए स्विट्ज़रलैंड की खूबसूरती को महसूस करना चाहते हैं.
क्यों है इतनी खास ग्लेशियर एक्सप्रेस?
- सबसे धीमी गति से चलने वाली ट्रेन
- हर कोना postcard जैसा नज़ारा
- शानदार सुविधा और आरामदायक सीट
- यात्री अनुभव को प्रमुखता देने वाली सेवा
- एडवांस बुकिंग की मांग हमेशा ऊंची
क्या भारतीय रेलवे से है तुलना?
भारतीय रेलवे की वंदे भारत एक्सप्रेस 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती है, जो कि तेज गति की श्रेणी में आती है. वहीं ग्लेशियर एक्सप्रेस मात्र 29 किमी/घंटा की गति से चलकर भी दुनियाभर के पर्यटकों के दिलों पर राज कर रही है. यह तुलना बताती है कि हर ट्रेन की सफलता उसकी रफ्तार पर नहीं. बल्कि सफर के अनुभव पर निर्भर करती है.