आज हमारी चर्चा खीरे की खेती के बारे में है, जिससे आपको एक से दो एकड़ में ढाई लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है।
बहुत से लोग खेती करते हैं. ऐसी ही कहानी मऊ जिले के घोसी तहसील क्षेत्र के पाकड़ी बुजुर्ग गांव के एक किसान रामेश मौर्या की है. उन्होंने धान और गेहूं की खेती के बजाय सब्जियों की खेती शुरू की, जिससे उन्हें धान और गेहूं से ज्यादा मुनाफा हुआ. हाल ही में उन्होंने सिर्फ एक एकड़ में सिर्फ खीरे की खेती की है. जिससे उन्हें लाखों रुपये का मुनाफा हुआ.
आईएसआर की गोविंदा किस्म का यह खीरा खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है और इसमें बिल्कुल भी बीज नहीं होते हैं. इसके अलावा, इनमें से कोई भी खीरा कड़वा नहीं होता. रामेश मौर्या बताते हैं कि उन्होंने इस खीरे के बीज दिल्ली से मंगवाए हैं, क्योंकि गर्मी में खीरे की डिमांड ज्यादा होती है, इसलिए उन्होंने पूरे एक एकड़ में खीरा लगाया है. यह खीरा बहुत फायदेमंद है.
वे इस तरीके से खेती करते हैं उन्होंने मल्चिंग विधि से खीरे की फसल लगाई है. इस खीरे की खेती पूरी तरह से जैविक तरीके से की गई है. इसमें सगरीका जैसा जैविक खाद डाला गया है. जिससे इस खीरे की फसल और भी बेहतर हो जाती है. इस फसल को बोने में सिर्फ ढाई हजार रुपये का खर्च आता है. इसकी खेती से लगभग 2 से 2.5 लाख रुपये का मुनाफा होता है. इस फसल की खेती के लिए तैयार होने में लगभग 45 से 50 दिन लगते हैं. इस फसल की खेती से आपको हर महीने लगभग 1 से 2 लाख रुपये का मुनाफा होगा.