जेपी पावर वेंचर्स के शेयर हाल ही में चर्चा में हैं, खासकर निवेशकों के बीच। मंगलवार को कंपनी के शेयर में 3% की तेजी आई, और यह 17.34 रुपये के इंट्रा डे हाई तक पहुंच गया। हालांकि, साल की शुरुआत से अब तक इसमें 4% की गिरावट दर्ज की गई है। बीते एक साल में इस शेयर ने केवल 2% का रिटर्न दिया है। 2007 में इसका भाव 136 रुपये था, जबकि अब यह 87% से अधिक टूट चुका है। हाल ही में कंपनी पर सेबी द्वारा 54 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, जिससे शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ा।
कैसा रहा कंपनी का कारोबार जानिए
जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड देश की एक प्रमुख बिजली उत्पादन कंपनी है, जो हाइड्रो और थर्मल पावर प्लांट का संचालन करती है। इसकी शुरुआत 21 दिसंबर 1994 को हुई थी, और यह जेपी ग्रुप के अंतर्गत आती है, जो भारत के बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर समूहों में से एक है। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 11,800 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके शेयरों का 52 हफ्तों में उच्चतम स्तर 23.99 रुपये और न्यूनतम स्तर 14.36 रुपये दर्ज किया गया है। ऊर्जा क्षेत्र में इसकी अहम भूमिका होने के कारण निवेशक कंपनी पर नजर बनाए हुए हैं।
जानिए इसकी पूरी डिटेल क्या है
पिछले महीने पूंजी बाजार नियामक सेबी ने जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड और इसके शीर्ष प्रबंधन पर 54 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। यह जुर्माना कंपनी के वित्तीय आंकड़ों को गलत ढंग से प्रस्तुत करने के आरोप में लगाया गया।
सेबी के आदेश में प्रबंध निदेशक और सीईओ सुरेन जैन, चेयरमैन मनोज गौड़, कार्यकारी निदेशक सुनील कुमार शर्मा, प्रवीण कुमार सिंह, मुख्य वित्तीय अधिकारी आर. के. पोरवाल और पूर्व पूर्णकालिक सदस्य एम. के. वी. रामा राव का नाम शामिल है। सेबी ने अपने 89 पन्नों के आदेश में इन सभी को 45 दिनों के भीतर जुर्माना भरने का निर्देश दिया है।