राजस्थान में इन दिनों मौसम का मिजाज बार-बार बदल रहा है। जहां एक ओर लू और हीटवेव का प्रकोप देखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर तेज अंधड़ और हल्की बूंदाबांदी भी हो रही है। शनिवार को बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में हीटवेव का असर देखा गया। लेकिन शाम होते-होते कई भागों में आंधी भी आई।
प्री-मानसून गतिविधियों का असर
प्री-मानसून गतिविधियों के चलते प्रदेश का मौसम लगातार बदलता हुआ नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटों में पिलानी में सर्वाधिक तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे न्यूनतम तापमान कोटा में 32.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी सप्ताह तक प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में झमाझम बारिश हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार 16 जून से पूर्वी राजस्थान के अधिकतर जिलों में बारिश की संभावना है। इसमें कोटा, उदयपुर और अजमेर संभाग शामिल हैं। 17-18 जून को भरतपुर, जयपुर, कोटा, अजमेर और उदयपुर संभागों में बारिश हो सकती है। वहीं 19 से 21 जून तक भरतपुर, जयपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर और बीकानेर संभागों में बारिश की संभावना जताई गई है।
आज के मौसम का हाल
आज के मौसम के बारे में बात करें तो कोटा और अजमेर संभाग के उत्तरी और पूर्वी भागों में बारिश होने की संभावना है। आगामी 24 घंटों में राज्य के उत्तरी और पश्चिमी भागों में अधिकतम तापमान 44-46 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और कुछ स्थानों पर उष्ण लहर चलने की संभावना है।
प्रमुख जिलों का तापमान
राजस्थान के प्रमुख जिलों में तापमान की स्थिति कुछ इस प्रकार रही:
अजमेर: 41.4 डिग्री सेल्सियस
भीलवाड़ा: 41.4 डिग्री सेल्सियस
अलवर: 43.5 डिग्री सेल्सियस
जयपुर: 42.7 डिग्री सेल्सियस
सीकर: 42.5 डिग्री सेल्सियस
कोटा: 42.8 डिग्री सेल्सियस
बाड़मेर: 41.5 डिग्री सेल्सियस
जैसलमेर: 41.5 डिग्री सेल्सियस
जोधपुर: 40.6 डिग्री सेल्सियस
बीकानेर: 43.4 डिग्री सेल्सियस
चूरू: 45.2 डिग्री सेल्सियस
श्रीगंगानगर: 45.2 डिग्री सेल्सियस
माउंट आबू: 31.2 डिग्री सेल्सियस
डूंगरपुर: 39.4 डिग्री सेल्सियस
जालौर: 40.7 डिग्री सेल्सियस
सिरोही: 37.1 डिग्री सेल्सियस
फतेहपुर सीकर: 44.7 डिग्री सेल्सियस
करौली: 44.9 डिग्री सेल्सियस
मौसम का असर
तेज गर्मी और उष्ण लहर के चलते लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। तेज धूप से बचने के लिए लोग घरों में ही रहना पसंद कर रहे हैं। वहीं किसानों के लिए बारिश एक राहत की खबर हो सकती है। जो उनकी फसलों के लिए लाभदायक होगी।