इस बैठक के परिणाम से यह तय होगा कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली और 8वें वेतन आयोग जैसी मांगों पर सरकार का रुख क्या होगा। सभी को उम्मीद है कि इस बैठक से सकारात्मक परिणाम निकलेंगे, जो कर्मचारियों के हित में होंगे।
PM Modi Meating: इस बैठक के परिणाम से यह तय होगा कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली और 8वें वेतन आयोग जैसी मांगों पर सरकार का रुख क्या होगा। सभी को उम्मीद है कि इस बैठक से सकारात्मक परिणाम निकलेंगे, जो कर्मचारियों के हित में होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में कुछ बड़ा होने जा रहा है। 10 साल में पहली बार पीएम मोदी कर्मचारी यूनियन नेताओं से मिलने वाले हैं। यह बैठक 24 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री के आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर आयोजित की जाएगी। इस ऐतिहासिक बैठक में पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) और 8वें वेतन आयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
इस बैठक में केंद्र सरकार के यूनियन नेताओं और प्रधानमंत्री के बीच सीधा संवाद होगा, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। स्टाफ साइड की राष्ट्रीय परिषद (JCM) के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा है कि इस बैठक में हर मुद्दे पर चर्चा होगी। पुरानी पेंशन योजना की बहाली पर जोर रहेगा, जो लंबे समय से यूनियन नेताओं की प्रमुख मांग रही है।
केंद्रीय बजट 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘एनपीएस’ सुधार की बात कही थी, लेकिन पुरानी पेंशन योजना का कोई जिक्र नहीं किया। संसद में भी इस विषय पर सरकार का रुख स्पष्ट नहीं था, जिससे कर्मचारी निराश हो गए थे। अब जब प्रधानमंत्री मोदी यूनियन नेताओं से मिलने जा रहे हैं, तो देखना होगा कि इस बैठक से क्या समाधान निकलता है।
24 अगस्त 2024 को होने वाली इस बैठक के नतीजे पर सभी की नजरें टिकी होंगी। यूनियन नेताओं का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ होने वाली इस मुलाकात में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं, जो केंद्रीय कर्मचारियों के भविष्य को प्रभावित करेंगे।