काला सोना है यह खेती! बाजारों में लगती है लाखों करोड़ों में बोली। आज हम आपको ऐसी खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए किसी सोने से कम साबित नहीं होती है। इसकी खेती उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में की जाती है और यहां पर इसको काले सोने के नाम से जाना जाता है। यहां पर इसकी खेती बहुत बड़े पैमाने में की जाती है। इसकी खेती में किसानों को लाखों करोड़ों का मुनाफा होता है लेकिन हां इसकी खेती में कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है। आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अफीम की खेती
केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को अफीम के पट्टे प्रदान किया जा रहे हैं। आपको बता दे अफीम एक 3 महीने की फसल है। इस फसल की देखभाल बहुत ज्यादा मुश्किल होती है साथ ही इसे प्राप्त होने वाले तरल पदार्थ की कीमत लाखों करोड़ों में लगती है। इसकी खेती में कोई भी जंगली जानवर के नुकसान पहुंचाने का डर नहीं होता है। जितना की अफीम चोरों से होता है।
अफीम की खेती कैसे करें
अफीम की खेती करने का तरीका थोड़ा अलग होता है इसके लिए ठंडी जलवायु सबसे सही मानी जाती है। वहीं इसकी बुवाई का सही समय अक्टूबर से लेकर नवंबर महीने के बीच में होता है। आपको अफीम की बुवाई करने से पहले खेत में अच्छे से जुताई कर लेना चाहिए इसके बाद में खेत में सिंचाई कर लेना चाहिए जिससे की जमीन में नमी बनी रहे। जमीन सूख जाने के बाद इस पर रोटावेटर मार देना चाहिए।
रोटावेटर करने के बाद अफीम की खेती के लिए आपको दो से तीन बार तिरछी जुताई कर लेना चाहिए। इसके बाद जब मिट्टी भुरभुरी हो जाए तब पाटा चला करके समतल कर लेना है। इसके बाद आपको इसमें ज्यादा मात्रा में वर्मी कंपोस्ट डाल देना है। इसके बाद आपको इसकी बुवाई कर देना है। बुवाई करने के बाद में इसका आपको ख्याल रखना है देखभाल करनी है। कुछ समय बाद आपको यह फसल पूरी तरह से तैयार मिलेगी। इस प्रकार आप अफीम की खेती कर सकते हैं।
अफीम की चोरी का डर
कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें कई किसानों ने अफीम घर में रखी तो उनके घर में लुटेरों ने आकर अफीम लूट ली। अफीम की चोरी और लूटपाट का डर किसानों के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है। आपको बता दे की किसान फिर भी जान पर खेल कर इस फसल की खेती करते हैं क्योंकि इस फसल की खेती से उनका तगड़ा मुनाफा होता है। इस खेती से लाखों करोड़ों की कमाई होती है जो कि बाकी फसलों से प्राप्त नहीं होती है।
अफीम की खेती से कमाई
अफीम की खेती को काला सोना इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह सोने चांदी से भी ज्यादा महंगी होती है। इसकी कीमत लाखों करोड़ों में होती है। इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाइयां तैयार करने में किया जाता है साथ ही लोग इसे नशा भी करते हैं। अफीम के पेड़ के डंठल दाना और फोकलाई भी बहुत ज्यादा महंगी बिकती है इसी वजह से इसको जानवरों से नहीं बल्कि इंसानों से और अफीम चोरों से बचाना होता है अगर इसकी खेती कर ली तो आप लाखों करोड़ों की कमाई कर सकते है।