भारत एक कृषि प्रधान देश है।यहाँ आज भी बड़े स्तर पर खेती की जाती है।पिछले कुछ सालो में लोगो का रहन मुर्गी पालन की और तेजी से बढ़ता है।मुर्गी पालन में अच्छा लाभ होता है जिसके कारण लोग इस बिजनेस को शुरू कर रहे है ।अगर आप भी मुर्गी पालन करते है या करने की सोच रहे है तो आप मुर्गियों के एक इस चारे के बारे में जानिए,जो मुर्गियों को अंडा देने की मशीन बना देगा ये चारा।तो आइए जानते है इसके बारे में
मुर्गियों को खिलाए ये चारा
यह चारा अजोला है।अजोला एक जलीय फर्न है जो पानी की सतह पर उगता है और हरी खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।यह पशुओ और मुर्गियों के लिए सही चारा माना जाता है।अजोला की खेती की जाती है और इसका उत्पादन लागत कम होती है।इसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है,जिसे पशुओ और मुर्गियों के लिए उत्तम चारा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
अजोला को भूमि के सतह पर ऊँचे जलस्तर पर उगाने की जरूरत होती है।इसकी वृद्धि के लिए उपयुक्त तापमान 25 से 30 डिग्री सेलसयस होता है।अजोला की उत्पादन लागत 2-3 रूपये प्रति किलो तक होती है और इसके उत्पादन में कम पानी की आवश्यकता होती है।इसे पशुओ के लिए ड्राईफ्रूट कहते है और हरे चारे के रूप में पशुओ को खिलाया जाता है।अजोला का उत्पादन चारा के खर्च को कम करने में मदद करता है और पशुओ के सेहत के लिए उत्तम है।
मुर्गी पालन में अजोला के लाभ
अजोला में प्रोटीन,अमीनोअम्ल,विटामिन,कैल्शियम,फॉस्फोरस,पोतेहसीयम,कॉपर आदि पोषक तत्व पाए जाते है।ये पोषक तत्व मुर्गी के लिए बेहद जरुरी होते है।अजोला कम लागत में बेहतर परिणाम देता है और इसे तैयार करने में कम समय लगता है।इसका इस्तेमाल मुर्गियों के लिए पोषण में भरपूर चारा उत्पादन करने में मद करता है जिससे मुर्गियों का स्वास्थ्य और उत्पादकता बढ़ती है।अजोला की विशेषता है की यह अनुकूल वातावरण में 5 दिनों में बढ़कर दोगुना हो जाता है।