G-20 में भारतीय शेरपा और निति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने शनिवार को कहा की भारत में भविष्य इलेक्ट्रिक का है।देश में इलेक्ट्रिक वाहन इवी अपनाने में भर वृद्धि देखि गई है।अब भारतीय कंपनियों को विक्षिक बाजार के लिए इलेक्ट्रिक दोपहिया बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए।
EV का बढ़ेगा दायरा
एथर एनर्जी के एक कार्यक्रम में कांत ने कहा भारत पहले से ही दुनिया में दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा निर्यातक है।कांत ने कहा की अब समय आ गया है जब भारतीय इवी कंपनी को न केवल घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बल्कि दुनियाभर के लिए दोपहिया वाहनों का उत्पादन करना चाहिए।रिपोर्ट के अनुसार इन्होने कहा की इंटरनल कंबशन इंजन पुरानी तकनीक हो चुकी है।इस तकनीक को अपनाने वाले लोगो की संख्या पिछले सालो में कम हुई है।
काउंटरपाइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबित भारत में EV की बिक्री 2023 के दौरान करीब दो गुणा हो गयी है।उपभोक्ता की बढ़ी रूचि ,सरकारी पहल और इंफ्रास्ट्रक्चर में विकास के चलते 2024 में इसके 66 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है।
लोगो में EV के प्रति क्रेज
पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को तरजीह दे रहे है।भारतीय बाजार में भी इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है। ऑटो निर्माता भी इस सेगमेंट पर ख़ासा फोकस कर रहे है।आज के समय में टाटा मोटर्स के द्वारा टाटा पंच इवी सहित कई इवी गाड़िया पेश की जाती है।