Difference desi and angreji sharab: शराब के नाम से ही कई लोगों के दिमाग में उनके पसंदीदा ब्रांड और फ्लेवर का ख्याल आ जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि देशी और अंग्रेजी शराब में क्या अंतर होता है? यह सवाल अक्सर उठता है क्योंकि दोनों के स्टोर भी अलग-अलग होते हैं और इनकी पहचान भी अलग होती है.
शराब बनाने की प्रक्रिया में कितना फर्क होता है?
जानकारों के अनुसार, देशी और अंग्रेजी शराब बनाने की प्रक्रिया (liquor manufacturing process difference) में ज्यादा अंतर नहीं होता. दोनों को फर्मेंटेशन और डिस्टिलेशन (fermentation and distillation in liquor making) प्रक्रिया से तैयार किया जाता है. हालांकि, इनके उत्पादन में उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल और तकनीकों (raw materials used in liquor making) में बड़ा अंतर देखने को मिलता है.
देशी शराब कैसे बनाई जाती है?
देशी शराब (desi liquor manufacturing) मुख्य रूप से गन्ने के शीरे और अन्य कृषि उत्पादों (desi liquor from molasses and agricultural products) से तैयार की जाती है. इसे बेसिक फर्मेंटेशन (basic fermentation process) के बाद डिस्टिल किया जाता है और आमतौर पर पॉलिथीन की थैलियों या प्लास्टिक की बोतलों (packaging in plastic bottles and pouches) में पैक किया जाता है.
अंग्रेजी शराब कैसे बनाई जाती है?
अंग्रेजी शराब (english liquor production) भी मूल रूप से इथेनॉल बेस्ड स्पिरिट (ethanol-based spirit liquor) से बनाई जाती है, लेकिन इसे खासतौर पर फिल्टर और प्योरिफाई (purification of english liquor) किया जाता है. साथ ही, इसे अलग-अलग फ्लेवर्स (flavored spirits in english liquor) के साथ मिलाया जाता है जिससे इसका स्वाद और गुणवत्ता (taste and quality of english liquor) बेहतर बनती है.
पैकेजिंग में अंतर
अंग्रेजी शराब की पैकेजिंग (premium packaging in english liquor) अधिक आकर्षक और हाई-स्टैंडर्ड होती है. यह ग्लास बोतलों (glass bottles for english liquor) में पैक की जाती है, जिससे यह अधिक ब्रांडेड और सुरक्षित (branded and safe liquor packaging) लगती है. वहीं, देशी शराब की पैकेजिंग (packaging of desi liquor) सस्ती होती है और इसे अधिकतर प्लास्टिक बोतलों या थैलियों (plastic bottles and pouches) में बेचा जाता है.
शराब में अल्कोहल की मात्रा
देशी शराब में अंग्रेजी शराब की तुलना में अधिक अल्कोहल (higher alcohol percentage in desi liquor) पाया जाता है. यह ज्यादा तीव्र नशा (stronger intoxication effect) देने के लिए जानी जाती है, जिससे यह कम समय में अधिक प्रभाव डालती है (quick intoxication from desi liquor). वहीं, अंग्रेजी शराब में संतुलित मात्रा में अल्कोहल (balanced alcohol content) होता है, जिससे इसका प्रभाव धीरे-धीरे महसूस होता है.
कौन सी शराब अधिक सुरक्षित है?
अंग्रेजी शराब अधिक सुरक्षित (safety in english liquor) मानी जाती है क्योंकि इसे शुद्धिकरण प्रक्रिया (purification of english liquor) से गुजारा जाता है. वहीं, देशी शराब की गुणवत्ता में कई बार कमी (quality issues in desi liquor) पाई जाती है, जिससे इसमें नकली या मिलावटी शराब (adulterated desi liquor) मिलने की संभावना अधिक होती है.
कीमत में बड़ा अंतर – कौन सी शराब सस्ती होती है?
देशी शराब की कीमत (desi liquor price difference) काफी कम होती है क्योंकि इसे स्थानीय स्तर पर बनाया और बेचा (locally produced and sold) जाता है. दूसरी ओर, अंग्रेजी शराब ब्रांडेड और प्रीमियम (branded and premium english liquor) होती है, इसलिए इसकी कीमत अधिक होती है.
शराब पीने के स्वास्थ्य पर असर
हालांकि दोनों प्रकार की शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं, लेकिन देशी शराब की गुणवत्ता में कमी (poor quality of desi liquor) होने के कारण इसमें स्वास्थ्य जोखिम (health risks of desi liquor) अधिक होते हैं. वहीं, अंग्रेजी शराब अधिक नियंत्रित गुणवत्ता (controlled quality in english liquor) के साथ आती है.