Elevated Expressway: भारत में सड़क निर्माण की योजना के तहत देशभर में नए हाईवे और Expressway का निर्माण किया जा रहा है. इन योजनाओं में द्वारका Expressway विशेष तौर पर उल्लेखनीय है, जो न केवल अपनी तकनीकी विशेषताओं के लिए बल्कि इसके पूरा होने से NCR क्षेत्र के लाखों निवासियों को ट्रैफिक की समस्या से राहत मिलने की भी उम्मीद है.
द्वारका Expressway की विशेषताएं
द्वारका Expressway भारत का पहला 8-लेन एक्सेस कंट्रोल एलिवेटेड एक्सप्रेसवे (first 8-lane access-controlled elevated expressway) है. इसकी कुल लंबाई 29 KM है, जिसमें से 18.9 KM हरियाणा और 10.1 KM दिल्ली में स्थित है. इसका निर्माण अत्याधुनिक तकनीक से किया जा रहा है, जो इसे अन्य Expressway से भिन्न बनाता है.
द्वारका Expressway के निर्माण का मुख्य उद्देश्य
द्वारका Expressway के निर्माण का मुख्य उद्देश्य दिल्ली-गुरुग्राम के बीच बढ़ते ट्रैफिक को कम करना (reduce traffic between Delhi-Gurugram) और नेशनल हाईवे-48 पर दबाव को कम करना है. यह Expressway आने वाले समय में लाखों वाहन चालकों के लिए राहत की सांस प्रदान करेगा.
द्वारका Expressway की अन्य जानकारियां
द्वारका Expressway, आईजीआई एयरपोर्ट के पास शिव मूर्ति से शुरू होकर गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल तक जाता है. इसके दिल्ली सेक्शन में 3.6 KM लंबी उथली सुरंग (shallow tunnel) भी बनाई जा रही है, जो 9-लेन की होगी और इसका एक हिस्सा विस्फोट-रोधी भी होगा, जो सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है.
द्वारका Expressway का लाभ
द्वारका Expressway के निर्माण से NCR के लाखों लोगों को ट्रैफिक समस्या से छुटकारा मिलने की उम्मीद है. यह Expressway न केवल दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि यह IGI एयरपोर्ट को भी खेड़की दौला टोल से सीधे जोड़ेगा, जिससे हवाई यात्रियों को भी बड़ी राहत मिलेगी.