किसान अब कई फलो की खेती कर रहे है।जिनमे मोसंबी भी मुनाफे की खेती निकलकर सामने आयी है।मोसंबी का सेवन करना सहित के लिए बेहद लाभदायक होता है।मोसंबी में कई पोषक तत्व पाए जाते है।मोसंबी की खेती से किसानो को बेहद लाभ होता है। तो आइये जानते है मोसंबी की खेती के बारे में
किसान अब परपरागत खेती को छोड़कर अलग अलग तरह की खेती कर रहे है।जिनमे किसनओ का फलो की खेती की तरफ भी रुझान काफी बढ़ा है।किसान अब कई फलो की खेती कर रहे है। जिनमे मोसंबी भी काफी मुनाफे की खेती निकलकर सामने आयी है।
मोसंबी की खेती करने के लिए दोमट मिटटी सही रहती है,जिसमे उचित जल निकासी होनी चाहिए।इसकी खेती के लिए जमीन 1.5 से 2 मीटर गहराई वाली सही रहती है।इसके लिए मिटटी 5.5 से 7.5 ph मान वाली होनी चाहिए।मोसंबी की खेती गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम में की जा सकती है।मोसंबी की कई तरह की किस्मे होती है जिनकी खेती की जा सकती है।
मोसंबी की पोधो की रेगुलर अंतराल पर सिचाई करनी चाहिए।ड्रिप से इन पोधो की सिचाई करनी चाहिए।गर्मी में 5 से 10 दिन के अंदर तो वही सर्दियों में 10 से 15 दिन के साथ समय समय पर पानी देना चाहिए। बारिश में इस साल बात का ध्यान रखे की खेत में पानी नहीं भरे।
मोसंबी के पेड़ लगने के 3 साल बाद फल देना शुरू कर देते है तो वही 5 साल के अंदर बेचने लायक खेत तैयार हो जाती है।मोसंबी का 4 साल का एक पेड़ 20 से 30 किलोग्राम मोसंबी देता है। 5 साल बाद इसकी पैदावार और बढ़ जाती है। 150 पेड़ भी लगाए है तो आपको 75 क्विंटल उपज मिल सकती है।बाजार में मोसंबी की कीमतों की बात की जाए तो यह रूपये 40 से लेकर रूपये 70 किलोग्राम तक बिक जाता है।