Gold rate today : इस साल के शुरूआत से ही सोने के दाम में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है। पिछले कई सालों के सोने भाव पर नजर डालें तो इस साल में सोने ने सबसे अधिक रिटर्न दिया है। अब सभी के दिमाग में एक ही सवाल उठ रहा है कि सोना कब सस्ता होगा। चलिए जानते हैं सोने में गिरावट कब आएगी।
सोने की कीमतों ने सभी के पसीने छूड़ा दिए हैं। इस साल के शुरूआती पांच महीनों में सोने ने लगभग 30 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है। देखा जाए तो पिछले कई सालों में इतना रिटर्न सोने ने पूरे वर्ष में भी नहीं दिया था। इस समय सोने के दाम सातवें आसमान (Gold Rate Hike) पर जा पहुंचा है। एक समय यह 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा भी पार कर चुका है और अब सोना 95,000 से ऊपर ही चल रहा है।
इस समय सोने में निवेश करने वालों और खरीदारों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि क्या सोना 90, 000 रुपये प्रति दस ग्राम से कम होगा या नहीं। इसको लेकर एक्सपर्ट ने अलग अलग राय दी है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि 9 जुलाई के बाद सोने (Gold Price) में बड़ी गिरावट आने की संभावना है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में कई बड़े देशों के बीच चल रही टैरिफ को लेकर चीजें क्लियर हो जाएंगी और सोने पर दबाव भी कम हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (donald trump) ने पिछले दिनों भारत सहित दुनिया के कई बड़े देशों पर टैरिफ लगाया है, जिसकी वजह से हर तरफ अफरा-तफरी मची हुई है। हालांकि, बाद में ट्रंप ने टैरिफ लागू करने को लेकर छूट दे दी और इसे 9 जुलाई के बाद लागू करने की बात कही है।
ऐसे में अनुमान है कि 9 जुलाई तक सभी को टैरिफ वॉर (tariff war) को लेकर डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज भी अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। इसकी वजह से निवेशक किसी जोखिम से बचने के लिए सेफ हैवन माने जा रहे गोल्ड में ही निवेश कर रहे हैं। ( 30 may gold price )
क्यों गिर सकते हैं सोने के दाम –
कमोडिटी एक्सपर्ट का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अभी अनिश्चितता की वजह से सोने की कीमतें (gold rate) 3,270 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा है, जो 9 जुलाई को टैरिफ वॉर के बादल छंटने के बाद 3,000 के लेवल तक जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसका सीधा फायदा निवेशकों को होगा. दरअसल, एक बार 3,200 का लेवल टूटा तो सोना (sone ka bhav) सीधे 3 हजार डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। इससे घरेलू बाजार में भी सोने के की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी।
9 जुलाई को करना होगा इंतजार –
एक्सपर्ट का कहना है कि सभी को 9 जुलाई का इंतजार करना होगा। बता दें कि अभी ट्रैफिक को लेकर कई चीजें क्लियर नहीं हैं। लेकिन 9 जुलाई के बाद ट्रैफिक को लेकर कोई भ्रम नहीं रहेगा।
ऐसा हुआ तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गोल्ड (Gold rate) में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी। अभी जो सोना 3,300 डॉलर के करीब बना हुआ है, उसमें लगभग 300 डॉलर तक गिरावट आ सकती है। अनिश्चितता कम होने से निवेशक भी सोने के बजाय वापस बाजार की तरफ मुड़ेंगे और डिमांड कम होने से कीमतों पर भी असर पड़ेगा।
इस वजह से भी कम हो सकते हैं सोने के दाम –
एक्सपर्ट का मानना है कि एक बार टैरिफ (tariff war) को लेकर सभी चीजें अगर क्लियर हो जाती हैं तो करेंसी मार्केट में भी तेजी आएगी। इसकी वजह यही है कि निवेशक सिर्फ सोने पर ही नहीं, करेंसी पर भी वापस दांव लगाना शुरू कर देंगे। ऐसे में करेंसी मार्केट फिर मजबूत होना शुरू हो जाएगी।
डॉलर इंडेक्स में तो तेजी आएगी ही अन्य करेंसी में भी बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। इसका फायदा गोल्ड मार्केट को भी होगा और निवेशकों का रुख इससे हटकर अन्य निवेश विकल्पों की तरफ जाएगा। इसी बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार और घरेलू बाजार में इन बदलावों से आने वाले दिनों में सोने के भाव पर भी असर होगा। इससे सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति दस ग्राम से कम हो सकती है।