Gold Price : लतागातार बढ़ते सोने के दामों पर ब्रेक लगा है। सोने की कीमतों में तीन महीने की सबसे बड़ी गिरावट आई है। सोने के दामों में दिनों के हिसाब से देखें तो लगातार चौथे दिन सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। सोने (Gold Price down) की कीमतों में गिरावट के बाद अब लोग सोच रहे हैं कि सोना खरीदने का सही मौका क्या होगा। आइए जानते हैं।
लगातार बढ़ते सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। सोना जो रॉकेट की रफ्तार से लल रहा था उसकी कीमतों में पिछले एक सप्ताह में 2.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। 3 महीने में यह सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है।
ऐसे में निवेशकों व सोना (Gold Price down) खरीदने वालों के लिए अब असमंजस की स्थिति बन रही है कि सोना खरीदने के लिए यह सही मौका है या नहीं। इसको लेकर एक्सपर्ट्स ने अपनी राय जाहिर की है। आइए जानते हैं।
डॉलर की मजबूती से सोना धड़ाम
डॉलर एक अंतरराष्ट्रिय मुद्रा है और ट्रेड के लिए काफी प्रचलित है। डॉलर के इंडेक्स में मजबूती लौट आई है। इस वजह से एक सप्ताह में सोना (Gold Price) अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 2.7% टूटकर 2,858 डॉलर प्रति औंस रह गया है। पिछले तीन महीने में पहली बार सप्ताह में इतनी बड़ी गिरावट हुई है।
देशी बाजार में भी आई गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार ही नहीं, देसी बाजार में भी सोने के दामों में गिरावट देखने को मिली है। एमसीएक्स पर 2% से अधिक की गिरावट एक सप्ताह में देखी गई है। एमसीएक्स (MCX Gold Price down) पर सोने की प्रति दस ग्राम की कीमत 84,400 रुपये के आसपास चल रही है। वहीं, विशेषज्ञों का के अनुसार गोल्ड का आउटलुक अच्छा बना हुआ है और यह 3,000 डॉलर प्रति औंस को क्रॉस कर सकता है।
फिर बढ़ सकते हैं सोने के दाम
मीडियो रिपोर्ट्स के अनुसार एक्सपर्ट कोलिन शाह ने कहा कि ट्रेड वॉर व जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते गोल्ड प्राइज का सहारा बना हुआ है। उनके अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना (Gold Price down) जल्दी ही 3000 डॉलर प्रति औंस और देसी बाजार में 88000 रुपये प्रति तोला जा सकता है। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और कनाडा के खिलाफ टैरिफ लगाने के साथ चीन पर 10 से बढ़कार 20% इंपोर्ट ड्यूटी लगाने की बात कही है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रभुदास लीलाधर के सीईओ संदीप रायचुरा ने सोने के दामों को लेकर कहा है कि सोने (Gold Price down) के लिए अगला लॉजिकल लेवल 3,000 डॉलर बना हुआ है। फिलहाल थोड़े समय की गिरावट पश्चात यह स्तर जल्द हासिल हो सकता है। ऐसे में सोने के भावों में तेजी देखी जा सकती है।
सोने की कीमतों पर केंद्रीय बैंकों का भी असर
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसा वर्ष 2022, 2023 व वर्ष 2024 में केंद्रीय बैंकों ने 1000 टन से अधिक सोना खरीद सकते हैं। आरबीआई ने 2024 में लगभग 73 टन सोना खरीदा है। वहीं, जनवरी में चीन के केंद्रीय बैंक ने लगातार तीसरे महीने अपने सोने (Gold Price down) के भंडारण को बढ़ा दिया है।
चीन में सोने का भंडारण 2285 टन पर पहुंच गया है। वहीं विशेषज्ञों ने 2025 के अंत तक सोने के लिए 2890 डॉलर से बढ़ाकर 3100 डॉलर प्रति औंस होने का अनुमान जताया है। विशेषज्ञों के अनुमान को देखें तो सोने को अभी सस्ता होने पर खरीदा जा सकता है, भविष्य में दाम और बढ़ सकते हैं।