Gold Price : सोने की कीमतों में आए दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल रही है। पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। वहीं अब सोने की कीमतों (Gold Price today) में गिरावट देखने को मिल रही है। आने वाले दिनों में सोने की कीमतों को लेकर पुर्वानुमान लगाया जा रहा है। आइए विस्तार से जानते हैं 2026 में सोने की कीमत कितनी रहने वाली है।
सोने और चांदी की कीमतों में बंपर तेजी देखने को मिल रही थी। वहीं अब सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। कम होते सोने के दाम की वजह से जो भी लोग सोना खरीदने का प्लान कर रहे हैं उनके लिए ये काफी शानदार मौका हो सकता है।
हाल ही में सोने की कीमत (sone ki kemat) के बारे में पुर्वानुमान लगाया गया है, जिसमें बताया गया है कि 2026 तक सोने की कीमत कितनी होने वाली है। खबर में जानिये साल 2026 में सोने के कितने दाम होने वाले हैं।
अक्षय तृतीया से पहले इस रेट मिल रहा है सोना-
अक्षय तृतीया से पहले ही सोने की कीमत (Gold rate update) 1 लाख रुपये के स्तर को छू रहा है। साल 2025 में सोने की कीमतों में शानदार तेजी देखने को मिल रही है। यार्डेनी रिसर्च के प्रेसिडेंट एड यार्डेनी का मानना है कि साल 2025 के अंत तक सोने की कीमत (Gold Price in Dollar) 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
अगले साल यानी 2026 में सोने की कीमत 5,000 डॉलर प्रति औंस का आंकड़ा भी पार जा पहुंचा है। यानी सोने की कीमत 1,35,000 रुपये तक पहुंच सकती है। साल 2026 में सोने की कीमत (Gold Price) 1,53,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है।
सोने ने दिया इतना रिटर्न-
20 अप्रैल को ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमत (sone ke rate) में 1.7 प्रतिशत तक का उछाल देखने को मिल रहा है। सोने की कीमत 3,383.87 रुपये प्रति औंस तक जा पहुंची है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 2 प्रतिशत बढ़कर 3,396.10 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा है।
इस साल अब तक सोने (Gold price) की ओर से 29 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया जा रहा है। वहीं पिछले अक्षय तृतीया से अब तक सोने की कीमतों में 35 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ती आई है।
आर्थिक अस्थिरता डॉलर में भी आई कमजोरी-
यार्डेनी ने बताया कि सोने की कीमत में तेजी (Gold price hike reason) के पीछे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और कमजोर होता डॉलर को भी जिम्मेदार बताया जा रहा है। डॉलर में कमजोरी आने से अन्य करेंसी में निवेश करने वालों के लिए सोना (sone ke rate) और भी ज्यादा सस्ता हो गया है। इसकी वजह से सोने की मांग में भी तेजी देखने को मिल रही है।
सेंट्रल बैंक भी आई तेजी-
उन्होंने बताया कि देश अब डॉलर (Gold price in dollar) को सुरक्षित संपत्ति नहीं मानी जा रही है। इसकी जगह सोना जमा कर रहे हैं। खासतौर पर देश जिनके अमेरिका से संबंध कमजोर हैं। इसके साथ ही दुनिया के ज्यादातर सेंट्रल बैंक भी तेजी से सोना (Gold price hike) खरीद रहे हैं। यार्डेनी को बताया कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहने वाला है।
स्टॉक और बॉन्ड से भी होगा लाभ-
जारी की गई जानकारी के मुताबिक अस्थिर माहौल में पोर्टफोलियो में सोना (sone ki kemat) होना काफी ज्यादा जरूरी है। यह स्टॉक और बॉन्ड मार्केट की अनिश्चितता से बचाव में भी काफी ज्यादा मदद कर सकता है। हालांकि उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि हाल के दिनों में कीमतों में तेजी (Gold rate hike) से उछाल देखने को मिल रहा है।
इसकी वजह से निकट भविष्य में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि उन्होंने इसे निवेश का एक बेहतर विक्लप बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप (President Trump) ने कुछ टैरिफ 1 जुलाई तक टाल दिए हैं और यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार को जल्द ही कुछ अच्छी खबर मिल सकती है।
अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदी करना होगा लाभकारी-
भारत को लेकर भी यार्डेनी आशावादी हैं। उन्होंने बताया कि भारत में अमेरिकी व्यापार समझौते की अच्छी उम्मीद है। वहीं अमेरिकी प्रशासन इसमें जल्दी कदम बढ़ाया जाने वाला है। उन्होंने बताया कि विदेशी (Gold price in international market) निवेशक अब भारत को एक स्थिर और आशाजनक बाजार के रूप में देख सकते हैं।
कुल मिलाकर वैश्विक उठापटक के बीच सोना एक बार फिर निवेशकों (Gold investers) के लिए सुरक्षित और आकर्षक ऑप्शन के रुप में उभरकर सामने आ रहा है। अक्षय तृतीया जैसे अवसरों पर इसका लाभ उठाना निवेश के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है।