गंगा नदी का पवित्र माना गया है। इस स्नान करने का अपना एक नियम और तरीका होता है जिसके अनुसार नहीं करते तो पाप धोने वाली नदी से भी पाप भी लगा सकते ह। यहां जाने गलतियां
गंगा स्नान के नियम
गंगा स्नान के स्नान पहले गंगा मां को छूकर जल को नमन करना चाहिए।
नमन करने के बाद या अलग से पानी लेकर पैरों को धोते हैं उसके बाद गंगा में उतरते हैं।
गंगा में डुबकी लगाने का भी नियम है। 3 ,5 7 या 12 डुबकियां लगाना शुभ होता है।
गंगा स्नान करते हुए नदी की धारा या सूर्य की और मुख करके नहाये।
गंगा जल को अर्पित करने के लिए पूर्व और या धारा की ओर सेमुख करें।
स्नान के बाद गंगा की पूजा आरती करें।
गंगा स्नान की बातयथा शक्ति दान करना ना भूले।
स्नान करते समय न करे ये गलतियां
गंगा में कभी भी कुल्ला नहीं करना चाहिए। गंगा में अपने पैरों को नहीं धोना चाहिए। गंगा में फूल माला , पत्ते ,नारियल या दिए कभी ना फेंके।
गंगा स्नान के बाद शरीर पर लगे पानी को पूछना नहीं चाहिए ग। गा में स्नान करते वक्त मन में संसार की बातें ना रखें। मन में चल कपट न रखे। स्नान करने के बाद गंगा स्तोत्र का पाठ नहीं करने से गंगा जी का आशीर्वाद नहीं मिलता है।