आप भी यदि कहीं घूमने का प्लान बना रहे है ऐसे में ऑफिस से छुट्टी मिलना एक बड़ी समस्या होती है इसके साथ ही जेब में पैसे न होना उससे भी अधिक दिक्क्त होती है। अगर आप भी पैसो के चक्कर में ट्रिप को Postpone कर देते है तो आज हम आपको एक ऐसी डेस्टिनेशन के बारे में बता रहे है जिसके लिए आपको ज्यादा पैसो की जरूरत नहीं होनी वाली है यह महज 5 से 7 हजार रूपये में काम चल सकता है।
आपको बता दे, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में मुक्तेश्वर नाम की एक जगह है जो नैनीताल से लगभग 51 किमी, हल्द्वानी से 72 किमी और दिल्ली से लगभग 343 किमी का सफर तय करके आप इस खूबसूरत जगह पहुंच सकते हैं। यहाँ फैमिली, फ्रेंड्स के अलावा यह जगह अकेले घूमने के लिहाज से भी सुरक्षित है। इस जगह का नाम मुक्तेश्वर भगवान शिव के 350 साल पुराने मंदिर की वजह से पड़ा, जिसे मुक्तेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है। 2 से 3 दिनों की छुट्टी आप यहाँ चारो तरफ घूम सकते है।
एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए बेस्ट
अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो उसके लिए भी मुक्तेश्वर सबसे परफेक्ट विकल्प है। यहां आकर आप रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग का मजा ले सकते हैं। यहां के घुमावदार और हरे-भरे रास्तों में ट्रैकिंग का भी एक अलग ही मजा है। भीड़, शोरगुल और प्रदूषण से दूर इस जगह आकर आपको अलग ही सुकून और ताजगी का एहसास होगा।
मुक्तेश्वर में घूमने वाली जगह
चौली की जाली
यदि आप मुक्तेश्वर आए है तो चोली की जाली एक बार अवश्य जाए। यहाँ पर आपको रॉक क्लाइंबिंग और रैपलिंग का एक्सपीरियंस करने के लिए मिल जाएगा। इसके साथ ही यहां से आप हिमालय के खूबसरत नजारों को भी देख सकते हैं।
शीतला
शीतला मुक्तेश्वर एक शानदार हिल स्टेशन है, जो पर्यटकों के बीच अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है ये जगह भी पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिससे इसकी खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। ट्रैकिंग और बर्ड वॉचिंग के लिए ये परफेक्ट जगह है।
मुक्तेश्वर मंदिर
यहाँ आप मुक्तेश्व मंदिर में मथ्था टेकना न भूले यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है ऐसा कहा जाता है इसका निर्माण पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान किया था। यहां आप ट्रैकिंग करके पहुंच सकते हैं, वैसे दूसरा ऑप्शन सीढियां भी हैं।
भालू गढ़ वॉटरफॉल
मुक्तेश्व का भालू गढ़ वॉटरफॉल भी सुकून के लिए एकदम परफेक्ट जगह है। यहां तक पहुंचने के लिए भी ट्रैकिंग करनी पड़ती है, जिस वजह से कम ही लोग यहां तक पहुंच पाते हैं।
कब जाएं?
गर्मियों में यहां जाना बेस्ट रहेगा क्योंकि तब आप आराम से यहां घूमना-फिरना एन्जॉय कर सकते है। सर्दियों में यहां बर्फ पड़ती है, तो कई बार वैसा एन्ज़ॉय नहीं कर पाते, जिसकी दरकरार रहती है।
कैसे जाए ?
सड़क मार्ग से
दिल्ली से मुक्तेश्वर पहुंचने के लिए टैक्सी और बस दोनों के ऑप्शन मौजूद हैं।
रेल मार्ग द्वारा
मुक्तेश्वर पहुंचने के लिए दिल्ली से ट्रेनें भी मिल जाती है यहाँ आप ट्रेन से काठगोदाम जा सकते हैं, वहां से कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं।