Indian Railway highest earning train: भारतीय रेलवे ने अपनी विशालता और दक्षता के कारण विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क का दर्जा मिला है. यहां रोजाना लगभग 2 करोड़ यात्री और 13,452 ट्रेनें सफर करती हैं, जो इसे विश्व के सबसे व्यस्त रेलवे नेटवर्कों में से एक बनाती हैं. इसमें शामिल हैं राजधानी शताब्दी, दूरंतो, वंदे भारत और अन्य पैसेंजर ट्रेनें जो देश के विभिन्न कोनों को जोड़ती हैं.
भारतीय रेलवे की ‘धनलक्ष्मी’ ट्रेनें
रेलवे की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ट्रेनों की बात करें तो यहां सुपरफास्ट राजधानी ट्रेनें सबसे आगे हैं. वंदे भारत और शताब्दी की तुलना में राजधानी एक्सप्रेस ने अधिक कमाई (Highest revenue generator) की है, जिसमें बैंगलोर राजधानी एक्सप्रेस सबसे ज्यादा लाभप्रद रही है. साल 2022-23 में इस ट्रेन से 509,510 यात्रियों ने सफर किया था, और इसने करीब 1.76 अरब रुपये की आय अर्जित की थी.
कमाई की अन्य ट्रेनें
राजधानी एक्सप्रेस के बाद सियालदह राजधानी एक्सप्रेस कमाई के मामले में दूसरे नंबर पर है. इस ट्रेन ने नई दिल्ली से कोलकाता के बीच चलकर 2022-23 में 1.29 अरब रुपये की आय अर्जित की थी. यह ट्रेन उत्तर भारत और पश्चिम बंगाल के बीच महत्वपूर्ण संबंध स्थापित करती है और यात्री इसमें उच्च स्तर की सुविधाओं का आनंद लेते हैं.
तीसरे स्थान पर रही डिब्रूगढ़ राजधानी
डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस (Dibrugarh Rajdhani Express), जो नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच चलती है, पिछले वर्ष 474,605 यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुँचाने में सफल रही और इसने 1.26 अरब रुपये की कमाई की थी. यह ट्रेन पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख शहरों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ती है और इसकी सेवाओं का उच्च मूल्यांकन किया जाता है.
भारतीय रेलवे की वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाएं
इन कमाई के आंकड़ों से भारतीय रेलवे की वित्तीय स्थिति का पता चलता है और यह दर्शाता है कि राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें रेलवे के लिए कितनी महत्वपूर्ण हैं. भविष्य में, रेलवे और भी अधिक आधुनिकीकरण (Railway modernization) और यात्री सेवाओं में सुधार की योजना बना रहा है, जिससे इसकी आय में और वृद्धि हो सके और यात्री अनुभव और भी बेहतर हो.