Kisan Tips : गेहूं की बालियों को नुकसान पहुंचा सकता है ये घातक रोग, काले हो जाएंगे दाने, जाने लक्षण और इलाजये रोग गेहूं की बालियों में बहुत खतरनाक साबित होता है इसका इलाज समय पर कर लेना चाहिए जिससे फसल के उत्पादन में खराब असर नहीं पड़ता है तो चलिए जानते है कौन सा रोग है।
गेहूं की बालियों को नुकसान पहुंचा सकता है ये रोग
Agriculture Tips-मौसम के बदलाव के कारण गेहूं की फसल में कई रोग और कीट लगने की संभावना काफी बढ़ जाती है जिससे गेहूं के उत्पादन में खराब प्रभाव पढता है आज हम आपको एक ऐसे रोग के बारे में बता रहे है जो गेहूं की बालियों में बहुत ज्यादा खतरनाक साबित होता है। इस रोग का लक्षण फसल में दिखाई देते ही तुरंत इलाज कर लेना चाहिए। जिससे बंपर उत्पादन में गिरावट नहीं होती है। हम जिस रोग की बात कर रहे है उसका नाम लूज स्मट है ये बीज-जनित फंगस होता है ये रोग गेहूं की बालियों को प्रभावित करता है और उत्पादन पर असर डालता है तो चलिए इसको नियंत्रित करने के लिए उपाय के बारे में विस्तार से जानते है।
लूज स्मट रोग के लक्षण
- संक्रमित पौधों के सिर काले रंग के चूर्ण जैसे बीजाणुओं से ढक जाते है
- गेहूं की बालियों में दाना काला पड़ना
- संक्रमित बालियों में कोई अनाज नहीं बनता है
- संक्रमित पौधों में अजीब “मृत मछली” जैसी गंध आती है
गेहूं की फसल में करें ये छिड़काव
गेहूं की बालियों में लूज स्मट रोग के लक्षण दिखने पर कॉपर ऑक्सिक्लोराइड या मैंकोजेब जैसे फंगसाइड्स का उपयोग कर सकते हैं। कॉपर ऑक्सिक्लोराइड अपनी संपर्क क्रिया द्वारा कवक के साथ-साथ जीवाणु रोगों को भी नियंत्रित करता है। इनसे फफूंद का इलाज किया जा सकता है ये बीमारी का असर कम कर सकते है। इस दवा का उपयोग करने के लिए दो मिलीग्राम दवा को प्रति 1 लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर फसल पर इसका स्प्रे करना चाहिए। और संक्रमित बालियों को खेत से निकलकर नष्ट कर देना चाहिए ऐसा करने से फसल के उत्पादन में गिरावट नहीं आती है और उपज बहुत जबरदस्त होती है।