सब्जियों की खेती को मौसम के अनुरूप करने से अच्छा उत्पादन मिलता है सही समय पर बुआई करने से अच्छी पैदावार के साथ शानदार मुनाफा भी मिलता है और सीजन वाली सब्जियों की मार्केट में खूब डिमांड भी होती है तो चलिए जानते है जनवरी में कौन सी सब्जियों की खेती करने चाहिए।
जनवरी में करें ये 3 सब्जियों की खेती
जनवरी का महीना इन सब्जियों की खेती के लिए बहुत अच्छा होता है इन सब्जियों की मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड होती है लोग इन सब्जी को खाना बहुत ज्यादा पसंद करते है और इनकी खेती भी बहुत कम दिनों में पूरी हो जाती है और जबरदस्त पैदावार देती है। इन सब्जियों की खेती में लागत और मेहनत भी बेहद कम होती है। गेहूं की बुआई लगभग सभी किसानों ने कर चुकी है और गेहूं लंबी अवधि की फसल है। इस बीच किसान सब्जी की खेती करके इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते है। तो चलिए जानते है कौन सी सब्जी है।
भिंडी की अगेती खेती
जनवरी के महीने में आप भिंडी की अगेती खेती कर सकते हैं। भिंडी की अगेती खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा होती है क्योकि भिंडी की डिमांड बाजार में बहुत अधिक मात्रा में होती है। भिंडी की खेती के लिए रेतली से चिकनी मिट्टी अच्छी होती है। बंपर पैदावार लेने के लिए मिट्टी का पीएच मान 6.0 से 6.5 के बीच होना चाहिए। आपको बता दें भिंडी की बुआई के लिए उन्नत किस्म के बीजों का चयन करना चाहिए। बुआई के समय लाइन से लाइन की दूरी 40 से 45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 15-20 सेमी रखनी चाहिए। बुवाई के बाद पहली तुड़ाई 45 दिनों बाद शुरू हो जाती है। एक एकड़ में इसकी खेती करने से करीब 40-48 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है।
खीरा की खेती
जनवरी के महीने में आप खीरा की खेती भी कर सकते है खीरा की मंडी में भरी डिमांड होती है लोग इसका सेवन करना बहुत ज्यादा पसंद करते है खीरे की अगेती किस्म को वैसे तो फरवरी में उगाया जाता है। लेकिन आप इसे जनवरी में भी लगा सकते है। इससे पैदावार पर कोई खास असर नहीं पड़ता और मार्केट में कीमत भी अच्छी मिलेगी। खीरे की बुआई के लिए 32 से 40 डिग्री सेल्सियस तापमान उपयुक्त माना जाता है खीरा की खेती के लिए ड्रिप और मल्चिंग विधि का इस्तेमाल किया जा सकता है। बुआई के बाद खीरा की फसल से करीब 50 से 60 दिनों में उत्पादन शुरू हो जाता है।
पालक की खेती
पालक की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है इसकी खेती से भी किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं। पालक की डिमांड सर्दियों के मौसम में बहुत होती है इसकी फसल बहुत कम दिनों में तैयार हो जाती है। और इसकी खेती में लागत और मेहनत दोनों ही बहुत कम होती है। पालक की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 40 से 45 दिनों में तैयार हो जाती है आप इसकी खेती से एक एकड़ में लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।