Lpg Gas Regulator : गैस सिलेंडर रेगुलेटर में समस्या होने पर उपभोक्ता नया रेगुलेटर ले सकते हैं। यदि आपके पास सब्सक्रिप्शन वाउचर है, तो एजेंसी रेगुलेटर मुफ्त में बदल सकती है। अन्यथा, 150-200 रुपये तक की फीस लग सकती है। रेगुलेटर खराब होने पर इसे नियमों के तहत मुफ्त में बदला जाता है, इसलिए अपनी रसीद और वाउचर संभालकर रखें।
कई बार गैस सिलेंडर में रेगुलेटर से जुडी बड़ी दिक्कत हो जाती है, काफी बार रेगुलेटर में खराबी आने, और चोरी हो जाने या फिर नए रेगुलेटर को लेकर एजेंसी में जाना पड़ता है, इसके अलावा कई बार फीस भी देने की जरूरत पड़ सकती है, दरअसल यदि आपका रेगुलेटर चोरी हो गया हो तो आप पुलिस में एफआईआर करके उसकी कॉपी गैस एजेंसी में सीखा सकते है।
अगर आपका रेगुलेटर खराब हो गया है या फिर टूट गया है तो फिर आप गैस एजेंसी से नया रेगुलेटर ले सकते है, नया रेगुलेटर लेने के लिए आपको गैस एजेंसी में पैसे देने पड़ सकते है, तब आप एक न्य रेगुलेटर ले सकते है, यदि आपके पास सब्सिक्रिप्शन वॉउचर का नंबर मैच करके आपको गैस एजेंसी वाले फ्री में रेगुलेटर दे देंगे, हालाँकि खराब रेगुलेटर को गैस एजेंसी में जा कर मुफ्त में बदला जा सकता है, आपको इसके लिए कोई पैसा देने की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन कई गैस एजेंसी उपभोक्ताओं से पैसा लेकर रेगुलेटर बदल रही है।
सब्सिक्रिप्शन वॉउचर से फ्री रेगुलेटर
यदि आपके रेगुलेटर में किसी प्रकार की खराबी आने या टूटने पर भी आप गैस एजेंसी से न्य रेगुलेटर को ले सकते है, किन्तु आपको गैस एजेंसी से नया रेगुलेटर लेने पर पैसे भी देने पड़ सकते है। यदि आपके पास सब्सिक्रिप्शन वॉउचर है तो एजेंसी वाले आपका सब्सिक्रिप्शन वॉउचर का नंबर मैच करके आपको न्य रेगुलेटर फ्री में दे सकते है, लेकिन आपके पास सब्सिक्रिप्शन वॉउचर नहीं है तो आपको फिर एजेंसी से नया रेगुलेटर लेने पर 150 रुपए से लेकर 200 रुपए के बीच में फीस देनी पड़ सकती है।
यदि अपने गैस एजेंसी से नया रेगुलेटर खरीदा है तो इसकी रसीद को अपने साथ में ले जाना न भूलें क्योंकि गैस सिलेंडर के रेगुलेटर में खराब होने पर इसे पैसा लेकर बदले जाने की शिकायत अकसर सामने अति रहती है, और नियमों के मुताबिक यदि गैस सिलेंडर के रेगुलेटर में कोई खराबी आ जाती है तो इसे फ्री में बदला जाता है, यदि एजेंसी वाले आपको रेगुलेटर के साथ-साथ कुछ और खरीदने के लिए जबरदस्ती करें तो आप इसकी शिकायत तुरंत करें और इसके साथ ही आप एजेंसी वालों से रेगुलेटर की जाँच करने के लिए कह सकते है।