Mustard Oil Price : मंडी में तेल तिलहन के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। सरसों, सोयाबीन और मूंगफली के तेल के दाम भी सस्ता हुआ है। सोयाबीन अभी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से लगभग 15% नीचे के दम पर कारोबार कर रहा है। आज खाद्य पदार्थ के मार्केट में क्या भाव है?
Mustard Oil Price Today
आज वायदा बाजार में खाने के तेल सस्ते हुए हैं। तेल तिलहन बाजार में आज सरसों, मूंगफली और सोयाबीन के तेल के दाम में गिरावट देखी गई है। मूंगफली तेल, बिनौला तेल और सोयाबीन के तेल के दाम जहां पर मजबूत सुधार दर्ज हुआ है वही सरसों के तेल के दाम में गिरावट देखी गई है। पहले से ऊंचे दाम वाले पामोलिन तेल के दाम पूर्व स्तर पर बना हुआ है। बाजार सूत्रों के अनुसार सट्टेबाज ने आज वायदा कारोबार में बिनौला खल का भाव तोड़कर तीन से चार साल पहले के भाव पर ला दिया है।
किसानों को क्या है फायदा?
बता दे की कपास से कपास नरमा और बिनौला सीड निकलता है और बिनौला के प्राइस से जहां 10% खाद तेल निकलते हैं वहीं 90% बिनौला खल भी निकलता है। बिनौला खल देशभर में खली की आवश्यकता को पूर्ति करता है। इस खल का दम तोड़ने से बाकी खल के दाम भी गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही संबंधित खाद्य तेल के दाम में भी इसका असर पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने 11 नवंबर से कपास नरमा की खरीद तथा उससे निकलने वाले बिनौला सेट तिलहन की बिक्री चालू कर दिया था। सीसीआई द्वारा यह दाम घटते हुए दिसंबर 2024 में ₹3000 क्विंटल कर दिए गए थे। दूसरी तरफ वायदा कारोबार में जी बिनौला खल का भाव 3800 क्विंटल थे उसे सट्टेबाजी ने क्रमिक रूप से 2700 रुपए क्विंटलकर दिया।
इसके अलावा सीसीआई ने कपास नरमा के दाम ₹500 से लेकर ₹600 क्विंटल तक बढ़ाया पर वही वायदा कारोबार में मिनला खेल के दाम में कोई असर देखने को नहीं मिला है। यानी कि कल के दाम जो पहले 200700 थे वहीं मामले रूप से बढ़कर ₹2766 क्विंटल हो गया है।
MSP से 15% नीचे बिक रहा है सोयाबीन
बता दे की सोयाबीन अभी न्यूनतम समर्थन मूल्य से 15% नीचे दम पर बिक रहे हैं। सोयाबीन डिगाम तेल जो पहले लागत से ₹5 किलो नीचे के दम पर बिक रहा था वहीं आज ₹3 किलो नीचे दम पर बिक रहे हैं। जिससे कि इस तेल के दाम में सुधार देखने को मिल रहा है। सूत्रों के अनुसार आवक घटने और खल का डैम टूटने के बीच बिनौला तेल के दाम में भी सुधार आया है। आवक कम रहने तथा पहले से ऊंचे भाव वाले पामोलिन के लिवाल नहीं होने के कारण सीपीओ और पामोलिन के भाव पूर्व स्तर पर बना हुआ है।