सूर्य ग्रहण की स्थिति तब बनती है, जब पृथ्वी, चन्द्रमा और सूर्य तीनों एक समय में एक दूसरे के बीच से होकर गुजरते है इस साल का पहला सूर्यग्रहण जल्द ही लगने जा रहा है। पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है जब जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी बिल्कुल एक दिशा में होते है इस ग्रहण के लगने पर सूर्य पूरी तरह से ढक जाता है और धरती पर अंधकार छा जाता है। इस तरह से साल में कम से कम 4 बार सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है और इस तरह का अगला सूर्य ग्रहण 2044 में देखने को मिलेगा। सूर्य ग्रहण एक खगोलीय स्थिति होती है। ऐसे में आइए जान लेते है इस बार सूर्य ग्रहण की स्थिति, समय और सूतक काल के बारे में।
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण
इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल, सोमवार के दिन लग रहा है इस ग्रहण का समय रात 9 बजाकर 12 मिनट से सुबह यानि 9 अप्रैल को 2 बजाकर 22 मिनट तक रहने वाला है यह ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होने वाला है जिसके चलते धरती पर पूरा अँधेरा रहने वाला है।
कहां-कहां से दिखेगा यह ग्रहण?
इस सूर्य ग्रहण को कनाडा, मेक्सिको, यूनाइटेड स्टेट्स, अरूबा, बर्मुडा, करेबियन नीदरलैंड्स, कोलंबिया, कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, जमाइका, नॉर्वे, पनामा, निकारगुआ, रूस, पोर्तो रिको, सैंट मार्टिन, स्पेन, द बहामास, यूनाइटेड किंग्डम और वेनेजुएला समेत संसार के कुछ हिस्सों से देखा जा सकता है।
क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जाएगा। हालाँकि भारत के लोग इस ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते है।
सूतक काल
हिन्दू धर्म में सूतक काल को अशभ समय माना गया है ग्रहण लगने से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण लगने के कुछ समय बाद तक रहता है इस दौरान बहुत से काम करने की मनाही होती है और कुछ परहेज किए जाते है। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं देखा जाएगा इस वजह से यहाँ सुतज काल मान्य नहीं होगा।