Income Tax New Update : फरवरी आते ही सबकी निगाहें नए बजट पर टिकी हैं। यह बजट खास तौर पर मध्यम वर्ग और करदाताओं के लिए उम्मीदों से भरा हो सकता है। इस बजट में आयकर नियमों में बड़े बदलाव की खबरें हैं और ये बदलाव काफी राहत देने वाले साबित हो सकते हैं।
फरवरी आते ही सबकी निगाहें नए बजट पर टिकी हैं। यह बजट खास तौर पर मध्यम वर्ग और करदाताओं के लिए उम्मीदों से भरा हो सकता है। इस बजट में आयकर नियमों में बड़े बदलाव की खबरें हैं और ये बदलाव काफी राहत देने वाले साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं 2025 के बजट में किस तरह से टैक्स नियमों में बदलाव हो सकता है और इसका आप पर क्या असर होगा।
क्या 10 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा?
सबसे बड़ी खबर यह है कि 10 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को टैक्स से पूरी तरह राहत मिल सकती है। जी हां, अगर आपकी आय 10 लाख रुपये तक है तो आपको टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी। फिलहाल 7.75 लाख रुपये तक की आय टैक्स फ्री है, लेकिन महंगाई और जनता की मांग को देखते हुए इस सीमा को बढ़ाकर 10 लाख रुपये किए जाने की संभावना है। इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी और खर्च करने की क्षमता भी बढ़ेगी।
20 लाख रुपये तक की आय का क्या होगा?
अब बात करते हैं उन लोगों की जिनकी सालाना आय 20 लाख रुपये तक है। बजट में ऐसे करदाताओं को भी कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। सरकार 15 से 20 लाख रुपये की आय वालों के लिए नया टैक्स स्लैब लाने पर विचार कर रही है।
क्या हो सकता है नया स्लैब?
10 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं।
15-20 लाख रुपये की आय पर 25% टैक्स।
यह बदलाव नई कर व्यवस्था के तहत लागू किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो मध्यम वर्ग के लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
कर मुक्त आय की सीमा क्यों बढ़ाई जानी चाहिए?
महंगाई के कारण लोगों की क्रय शक्ति कम हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कर मुक्त आय की सीमा बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी जाती है तो लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा बचेगा। इससे न सिर्फ करदाताओं को फायदा होगा बल्कि बाजार में मांग भी बढ़ेगी। जब लोग ज्यादा खरीदारी करेंगे तो इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।
2023 में क्या बदलाव किए गए?
अगर आपको याद हो तो 2023 के बजट में नई कर व्यवस्था के तहत छूट की सीमा को बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया गया था। यह एक निश्चित राशि थी, जिससे मध्यम वर्ग को थोड़ी राहत मिली थी। साथ ही 75,000 रुपये के मानक कटौती का लाभ भी मिला था। लेकिन अब 2025 के बजट में इसे और बेहतर बनाने की योजना है।
मध्यम वर्ग को क्या फायदा होगा?
ज्यादा पैसे बचेंगे: अगर 10 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगता है, तो मध्यम वर्ग के पास ज्यादा पैसे बचेंगे।
खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी: जब लोगों के पास ज्यादा पैसे होंगे, तो वे ज्यादा खर्च करेंगे। इससे बाजार में मांग बढ़ेगी।
आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा: कर दर में छूट से लोग निवेश और खरीदारी के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिसका फायदा देश की अर्थव्यवस्था को होगा।
सरकार को क्या नुकसान होगा?
बेशक, अगर सरकार आयकर में इतनी बड़ी छूट देती है, तो उसे राजस्व में 50,000 करोड़ रुपये से 1 लाख करोड़ रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सरकार के लिए लंबी अवधि में फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि इससे बाजार की रफ्तार तेज होगी और लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरकार करदाताओं को राहत देती है, तो यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद साबित होगा। मध्यम वर्ग के पास ज्यादा पैसे होंगे, जिससे वे घर, कार और दूसरे बड़े खर्चों में निवेश कर सकेंगे।
आपकी क्या तैयारी है?
अगर आप करदाता हैं, तो यह बजट आपके लिए बेहद खास हो सकता है। सबसे पहले अपनी आय का सही से आकलन करें और सुनिश्चित करें कि आप किस टैक्स स्लैब में आते हैं। नए टैक्स सिस्टम को ध्यान से समझें और देखें कि इससे आपको कितना फायदा हो सकता है। बजट की घोषणा के बाद किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना अच्छा कदम होगा, ताकि आप अपनी टैक्स प्लानिंग को बेहतर बना सकें। तो तैयार हो जाइए, क्योंकि 2025 का बजट आपके लिए कई बेहतरीन तोहफे लेकर आ सकता है। अगर सरकार इन बड़े बदलावों को लागू करती है, तो मध्यम वर्ग की जिंदगी आसान हो सकती है।