Traffic Rules: सरकार ने सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है. अब वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने पर 5,000 रुपये का चालान काटने का आदेश जारी किया गया है. सरकार का मानना है कि यह कदम दुर्घटनाओं को कम करने में मदद करेगा. मोबाइल फोन का उपयोग करते समय वाहन चलाने से चालक की एकाग्रता भंग होती है जिससे सड़क पर बड़े हादसे हो सकते हैं.
ई-चालान से सख्ती बढ़ी
पहले जहां वाहन चालक ट्रैफिक पुलिस से माफी मांगकर चालान से बच जाते थे, अब ई-चालान प्रणाली (e-challan system for traffic violations) के लागू होने के बाद यह संभव नहीं है. नियम तोड़ने पर चालान सीधे ऑनलाइन काटा जाता है, जिससे किसी भी तरह की सिफारिश या बहानेबाजी नहीं चलती. अब चालकों को नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना (heavy fines for traffic violations) चुकाना होगा.
फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को रास्ता न देने पर भारी जुर्माना
फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं के वाहनों को रास्ता न देने पर अब 10,000 से 25,000 रुपये तक का चालान काटा जाएगा. यह निर्णय आपातकालीन सेवाओं को बिना किसी रुकावट के काम करने देने के उद्देश्य से लिया गया है. आपातकालीन सेवाओं के लिए रास्ता न देना (blocking emergency vehicles) गंभीर अपराध माना जाएगा.
हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट न होने पर भी लगेगा जुर्माना
जो वाहन चालक अभी भी अपनी गाड़ियों पर हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट (high-security registration plates) नहीं लगवाते हैं, उन्हें 5,000 से 10,000 रुपये तक का चालान भरना होगा. यह कदम गाड़ियों की सुरक्षा और पहचान सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.
सरकार का उद्देश्य
इन सख्त नियमों का उद्देश्य केवल चालकों को दंडित करना नहीं है, बल्कि सड़क सुरक्षा (road safety improvement) को बढ़ावा देना है. मोबाइल फोन पर बात करने, आपातकालीन वाहनों को रास्ता न देने, और अन्य नियमों का पालन न करने से सड़क पर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. इन नए नियमों से चालकों में अनुशासन आएगा और सड़क पर सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सकेगा.
वाहन चालकों के लिए सुझाव
- वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करें.
- हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट अवश्य लगवाएं.
- फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस जैसे आपातकालीन वाहनों को प्राथमिकता दें.
- सड़क पर ट्रैफिक नियमों का पालन करें.