UP smart meter: बिजली उपभोक्ताओं के घरों पर अब स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। विभागीय कर्मचारी उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर इलेक्ट्रॉनिक मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगा रहे हैं।
बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ता को जरूरत के मुताबिक बिजली इस्तेमाल करने की सुविधा देने के लिए विभाग इलेक्ट्रॉनिक मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगा रहा है। हालांकि कुछ उपभोक्ता अभी इसके लिए तैयार नहीं हैं और स्मार्ट मीटर लगाने आने वाले कर्मचारियों का सहयोग नहीं कर रहे हैं।
जिसके चलते विभाग उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगा पा रहा है। शुक्रवार को एसडीओ अनिरुद्ध मौर्य ने उपभोक्ताओं के बीच पहुंचकर लोगों से अपने घरों में स्मार्ट मीटर लगाने में सहयोग करने का अनुरोध किया।
स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे सरकार की मंशा इलेक्ट्रॉनिक मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे सरकार की मंशा बिजली के अनावश्यक इस्तेमाल को रोकने के साथ ही अवैध रूप से बिजली जलाने पर रोक लगाना है।
स्मार्ट मीटर उपभोक्ता को बताएगा कि उसने कितनी बिजली इस्तेमाल की है। अब मीटर रीडिंग जानने के लिए मीटर रीडर की जरूरत नहीं पड़ेगी। एसडीओ अनिरुद्ध मौर्य का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के लिए किसी भी उपभोक्ता से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। विभागीय कर्मचारी केबल और इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाएंगे। इस प्रक्रिया में किसी से एक भी पैसा नहीं लिया जाएगा।
बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ता को जरूरत के मुताबिक बिजली इस्तेमाल करने की सुविधा देने के लिए विभाग इलेक्ट्रॉनिक मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगा रहा है। हालांकि कुछ उपभोक्ता अभी इसके लिए तैयार नहीं हैं और स्मार्ट मीटर लगाने आने वाले कर्मचारियों का सहयोग नहीं कर रहे हैं।जिसके चलते विभाग उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगा पा रहा है। शुक्रवार को एसडीओ अनिरुद्ध मौर्य ने उपभोक्ताओं के बीच पहुंचकर लोगों से अपने घरों में स्मार्ट मीटर लगाने में सहयोग करने का अनुरोध किया।