फरवरी 2024 में कार निर्माता कार की संख्या में लगातार रिकॉर्ड संख्या में वाहनों का उत्पादन करने और अपने अपने डीलरशिप में स्टॉक जमा करने के कारण पैसेंजर व्हीकल्स के लिए अत्यधिक लम्बा वोटिंग पीरियड खत्म हो सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ती खुदरा मांग वाहन निर्माताओं के लिए उच्च वाहन उत्पादन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत में कार निर्माता बाजार की मांग पर कड़ी निगरानी रख रहे है। क्योंकि स्टॉक, जो पहले ही 26 दिनों तक पहुंच चुका है, इसके डीलरशिपों में जमा होने की संभावना है। जबकि OEM (ओरिजिनल इक्यूप्मेंट मैन्युफेक्चरर्स) पेंडिंग ऑर्डर और लगातार बढ़ रही बिक्री को पूरा करने में सक्षम हैं। जिससे तेजी से मांग की रफ्तार पर निर्भर करता है।
एसयूवी सेगमेंट में बढ़ोतरी को दे रही हैं बढ़ावा
अन्य वैश्विक बाजारों की तरह ही, एसयूवी भारतीय यात्री वाहन बाजार में, मांग और बिक्री को बढ़ावा दे रही हैं। फरवरी 2024 में भी, भारत में सभी यात्री वाहन बिक्री के 50 % से अधिक की हिस्सेदारी रही है। वही चालू वित्त वर्ष में कुल यात्री वाहन बिक्री में आधे से ज्यादा का योगदान एसयूवी सेगमेंट से मिलने की उम्मीद है। पिछले कुछ महीनों में कई नए मॉडलों के लॉन्च होने और सप्लाई-चेन में सुधार के कारण वाहन निर्माताओं को इस सेगमेंट में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज करने में मदद मिली है।
दोपहिया वाहनों की बढ़िया बिक्री से हुई बढ़ोतरी
प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माताओं ने फरवरी 2024 में एक साल पहले इसी महीने की तुलना में मजबूत दोहरे अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की है। हालांकि, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दोपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन इस साल फरवरी में 13.2 % की धीमी रफ्तार से बढ़ा है। जिसकी वजह से शोरूम पर इन्वेंट्री का स्टॉक बढ़ गया। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि प्रीमियम सेगमेंट में हाई डिमांड की वजह से थोक बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में, फरवरी 2024 में बिक्री में ज्यादा बदलाव नहीं आया है, जो मांग में स्थिरता को दर्शाता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फरवरी 2024 में साल-दर-साल आधार पर हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर का रजिस्ट्रेशन 24 प्रतिशत बढ़ा। यह 2024 के लीप वर्ष में अधिक देखा गया है। हालांकि, इस श्रेणी में पंजीकरण पिछले महीने जनवरी की तुलना में 81,963 यूनिट के साथ में स्थिर रहा।