विटामिन कई तरह के होते है और शरीर की अलग अलग जरूरतों को पूरा करते है अगर शरीर में किसी भी एक विटामिन की कमी हो जाती है तो उसके लक्षण भी जल्द दिखाना शुरू हो जाते है ऐसा ही एक विटामिन जो हाथ-पैरों को प्रभावित करता है। इसकी कमी होने पर हाथ पैरों में झनझनाहट और हर समय हाथ-पैरों का ठंडा महसूस होने लगते है। विटामिन बी 12 की कमी के कारण ऐसा हो सकता है विटामिन बी12 की कमी के लक्षण और उपाय के बारे में आइए जान लेते है।
विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
हाथ-पैरों पर असर
विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है। इसके बिना विटामिन बी12 की पर्याप्त मात्रा ना होने से शरीर में ऑक्सीजन यहां से वहां पहुंचाने वाली रेड ब्लड सेल्स की कमी हो सकती है। इससे एनीमिया रोग हो जाता है। यह कमी हाथ पैरों में कंपकंपाहट और झनझनाहट का कारण बनती है। इसके अलावा, पैर हर समय ठंडे महसूस होते हैं। मौसम कोई भी हो विटामिन बी12 की कमी से पैर ठंडे रहते हैं। इस विटामिन की कमी से हाथ-पैर सुन्न भी पड़ जाते हैं।
कमजोरी महसूस होना
विटामिन बी12 की कमी से मसल्स में कमजोरी होने लगती है। वही मसल्स की स्ट्रेंथ कम होने से हर समय कमजोरी महसूस होने लगती है। इस विटामिन की कमी से थकान भी महसूस होने लगती है।
छाले होना
विटामिन बी12 की कमी से मुंह में छाले निकल सकते हैं। इसके साथ ही मसूड़ों और जीभ पर छाले निकलने की दिक्कत का एक कारण विटामिन बी12 भी हो सकता है। ये छाले दर्द वाले होते हैं और तकलीफ का कारण बनते हैं।
विटामिन बी12 से भरपूर फूड्स
एनिमल लिवर और किडनी खाने पर शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन बी12 मिलता है। इससे शरीर को कॉपर, सेलेनियम और अन्य विटामिन भी मिल जाते हैं।
मछलियां जैसे टूना, साल्मन और सार्डिन शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन बी12 देती हैं। इन मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन और खनिज भी अच्छी मात्रा में होते हैं।
दूध और दूध से बनने वाली चीजों जैसे चीज़ और दही खाने पर भी शरीर को अच्छी मात्रा में विटामिन बी12 मिल जाता है।
अंडे खाने से भी शरीर को विटामिन बी12 मिलता है। अंडे के पीले भाग में खासतौर से विटामिन बी12 होता है।