जापान में इन दिनों फ्रेंडशिप मैरिज का ट्रेंड बढ़ रहा है। इसका कारण है किनई जेनरेशन शादी ब्याह और बच्चों की जिम्मेदारी से बचने के लिए विवाह ही नहीं कर रहे है। इसी का तोड़ उन्होंने निकाला है। फ्रेंडशिप मैरिज से। इसमें न कपल के बीच प्यार होगा न हीं रिलेशन बनेगा । रिपोर्ट के अनुसार 2015 के बाद से करीब 500 लोगों ने फ्रेंडशिप मैरिज की। इसमें पार्टनर के साथ घूम सकते हैं लेकिन उनके साथ परेशानी शेयर नहीं कर सकते। जानिए इस ट्रेंड के बारे में।
फ्रेंडशिप मैरिज क्या है
फ्रेंडशिप मैरिज एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट है जिसमें कपल क़ानूनी तौर पर शादीशुदा ही रहते हैं । लेकिन रोमांटिक रिलेशन जैसा कुछ नहीं होता ह। ऐसे में दोनों का साथ रहना न रहना कपल पर डिपेंड करता है। वह चाहे तो साथ में या अलग-अलग ही रह सकते हैं। अगर दोनों सहमति से बच्चे प्लान कर रहे हैं तो आर्टिफिशियल तरीके से बच्चे को जन्म दे सकते हैं। फ्रेंडशिप मैरिज को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि यह पार्टनरशिप लाइफ पार्टनर जैसा नहीं बल्कि रूममेट की साथ रहने जैसा है।
फ्रेंडशिप मैरिज को कैसे मैनेज करते हैं कपल
इस ट्रेंड में फ्रेंडशिप मैरिज से पहले ही काफी समय साथ बिताते हैं अपनी लाइफ के पलो को शेयर करते है वह प्लान करते हैं कि उन्हें किस तरह साथ खाना है ,घर के खर्चे को बांटना है ,घर के काम कैसे होंगे इसके अलावा कहीं और चीजों पर सहमति होती है। जापान की रिपोर्ट के अनुसार ,फ्रेंडशिप मैरिज की अक्सर वही लोग आकर्षित हो रहे हैं जिनकी उम्र 32 साल के आसपास है।
जापान के अलावा सिंगापुर में फ्रेंडशिप मैरिज का ट्रेंड चल रहा है । जहां कुछ समय पहले 24 साल की दो महिला ने ऐसा किया। ऐसे कई लोग जब क्लोज फ्रेंड के साथ मिलकर चीन में घर लेना चाहते हैं वह भी इस मैरिज की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।