Public Holiday: पंजाब सरकार ने शुक्रवार 30 मई 2025 को श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर राज्यभर में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. इस गजटेड छुट्टी के तहत राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे.
विद्यार्थियों को मिलेगी लंबी छुट्टी की राहत
इस साल मई महीने में गजटेड छुट्टियों की संख्या कम रही है. लेकिन यह छुट्टी विद्यार्थियों के लिए विशेष राहत लेकर आई है. अप्रैल माह में जहां 7 गजटेड छुट्टियां थीं. वहीं मई महीने में केवल 2 ही घोषित हुई हैं. पहली छुट्टी 1 मई को मजदूर दिवस के अवसर पर थी और दूसरी छुट्टी 30 मई को श्री गुरु अर्जन देव जी के बलिदान दिवस पर घोषित की गई है.
इस छुट्टी के चलते छात्रों को शुक्रवार से रविवार तक लगातार तीन दिन की छुट्टी मिलेगी. जिससे यह एक मिनी वेकेशन जैसा हो गया है. खासतौर पर उन छात्रों के लिए जो ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं
क्यों मनाया जाता है श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस?
श्री गुरु अर्जन देव जी सिख धर्म के पांचवें गुरु थे, जिनका शहीदी दिवस धार्मिक श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है. उन्होंने धैर्य, बलिदान और आध्यात्मिकता का प्रतीक बनकर समाज को मार्गदर्शन दिया. उनका बलिदान सिखों के इतिहास में एक ऐतिहासिक मोड़ के रूप में दर्ज है. पंजाब सरकार हर साल उनके शहीदी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करती है ताकि नागरिक उन्हें स्मरण कर सकें.
छुट्टियों की सूची में आया बदलाव
राजकीय अवकाश की सूची के अनुसार अप्रैल माह में लोगों को 7 गजटेड छुट्टियों का लाभ मिला था. लेकिन मई में केवल दो प्रमुख छुट्टियां थीं. इस वजह से विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच लंबे समय से एक गजटेड अवकाश की उम्मीद थी, जो अब पूरी हो गई है.
क्या 31 मई और 1 जून भी मिलेंगी छुट्टियां?
30 मई की छुट्टी शुक्रवार को पड़ने के चलते लोग अब शनिवार (31 मई) और रविवार (1 जून) को भी छुट्टी का फायदा उठा सकते हैं. कई स्कूलों में पहले से ही ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 जून से शुरू हो रहा है. ऐसे में यह लंबा वीकेंड छात्रों और अभिभावकों के लिए घूमने या धार्मिक स्थलों पर जाने का अच्छा अवसर बन सकता है.
स्कूल-कॉलेज प्रशासन को दिए गए निर्देश
राज्य सरकार ने सभी शैक्षणिक संस्थानों और कार्यालयों को आदेशित किया है कि वे 30 मई को बंद रखें और इस गजटेड छुट्टी का अनुपालन सुनिश्चित करें. यदि किसी संस्थान में पहले से वार्षिक परीक्षा या विशेष कक्षाएं चल रही हैं, तो उन्हें स्थगित कर पुनः तिथि निर्धारित करनी होगी.